पांच से 50 हजार रुपए का कर्ज
प्रत्येक महिला को पांच से 50 हजार रुपए का कर्ज दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि इस लोन की पांच महीनों की किश्त भी जालसाजों ने ही जमा की है। बैंक वालों से सम्पर्क करने पर भी कोई जानकारी नहीं दी गई। एएसपी ने प्रकरण में जांच के निर्देश दिए हैं।
बैंक कर्मियों के मिलीभगत का आरोप
महिलाओं ने शिकायत कर बताया कि बैंक कर्मियों की मिलीभगत से ही ये फर्जीवाड़ा है। मौजूदा बैंक के मैनेज ने पूर्व मैनेजर की संलिप्तता बताई। कहा कि महिलाओं को कर्ज की राशि जमा करनी पड़ेगी। इस क्षेत्र में इसी तरह कई महिलाओं के नाम पर कर्ज लिए जाने की जानकारी सामने आई है।