जबलपुर शहर में कोड रेड की चार टीमों का गठन पहले से किया गया है। कोड रेड प्रभारी अरुणा वाहने ने बताया कि पूरे शहर को चार क्षेत्रों में बांटकर एक-एक टीम की जवाबदारी सौंपी गई है। इसमें कोड रेड को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, हॉस्टल, कार्यस्थल, बाजार आदि में जाकर उन्हें जागरुक करना भी शामिल है। जानकारों का कहना है कि जबलपुर शहर में अपराधियों के मन से पुलिस का डर निकल गया है। अपराधी को यह लगने लगा है कि पुलिस उस पर या तो कार्रवाई करेगी नहीं, यदि कार्रवाई हुई, भी तो ऊपर से फोन कराके छूट जाएगा।