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जबलपुर

घर को खूबसूरत बना देते हैं ये फूल, जलने लगते हैं पड़ोसी

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5 years ago
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रंग-बिरंगे फूलों को देखते ही मन प्रसन्न हो जाता है। फूलों की सुगंध हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। फूलों के शौकीन गार्डन में सीजनल फूलों की प्रजातियां लगा रहे हैं। यही कारण है कि देशी प्रजाति के फूलों के साथ ही दूसरे राज्य और विदेशी प्रजाति के फूलों की डिमांड की जा रही है। जिनके घरों में गार्डन के लिए जगह नहीं है, वे छतों पर गमले और क्यारियों में फूलों के पौधे लगा रहे हैं।

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शहर के घरों में अब आसानी से विदेशी प्रजाति के फूल देखे जा सकते हैं। लोग पुणे, कोलकाता और दूसरे शहरों से फूलों के पौधे मंगा रहे हैं। स्थानीय नर्सरी में भी दूसरे शहरों के फूलों के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। शहर के सदर में भी विभिन्न प्रजातियों के फूल उपलब्ध हैं। यहां 10 रुपए से 1500 रुपए तक की रेंज में फूल उपलब्ध हैं।

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नर्सरी कारोबारी दीपांकर अग्रवाल ने बताया, फूलों की 200 से अधिक प्रजातियां शहर में उपलब्ध हैं। सदर एरिया में हर दिन 50-60 हजार और शहरभर में दो लाख रूपए के फूल-पौधों का विक्रय हो रहा है। चेताली बोपचे का कहना है कि शौकीन लोग चाहते हैं कि सबसे खास फूल उनके गार्डन में खिले।

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पिटूनिया, एंथोरियम, लवलीना की डिमांड सदर में फूल-पौधों के विक्रेता अमित पासी ने बताया, सीजनल फ्लावर और शो प्लांट के साथ दूसरे राज्यों के पौधों की ज्यादा डिमांड है। इनमें देशी और विदेशी प्रजाति भी है।

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थाईलैंड के मंूगाकैट्स, बेंगलूरु की नर्सरी से आने वाली विदेशी प्रजाति सकुलैंड, पुणे की पिटूनिया, एग्जोरा केबिच, गुड़हल, नगालैंड के एंथोरियम, सिलीगुड़ी के ओरकिट, लवलीना, अडेनियम, कोलकाता के कडक़ चम्पा, गहलिया, बेंगलूरु के गुलाब, जरेनियम एवं जर्बेरा की डिमांड ज्यादा है।

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थाईलैंड के मंूगाकैट्स, बेंगलूरु की नर्सरी से आने वाली विदेशी प्रजाति सकुलैंड, पुणे की पिटूनिया, एग्जोरा केबिच, गुड़हल, नगालैंड के एंथोरियम, सिलीगुड़ी के ओरकिट, लवलीना, अडेनियम, कोलकाता के कडक़ चम्पा, गहलिया, बेंगलूरु के गुलाब, जरेनियम एवं जर्बेरा की डिमांड ज्यादा है।

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थाईलैंड के मंूगाकैट्स, बेंगलूरु की नर्सरी से आने वाली विदेशी प्रजाति सकुलैंड, पुणे की पिटूनिया, एग्जोरा केबिच, गुड़हल, नगालैंड के एंथोरियम, सिलीगुड़ी के ओरकिट, लवलीना, अडेनियम, कोलकाता के कडक़ चम्पा, गहलिया, बेंगलूरु के गुलाब, जरेनियम एवं जर्बेरा की डिमांड ज्यादा है।

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थाईलैंड के मंूगाकैट्स, बेंगलूरु की नर्सरी से आने वाली विदेशी प्रजाति सकुलैंड, पुणे की पिटूनिया, एग्जोरा केबिच, गुड़हल, नगालैंड के एंथोरियम, सिलीगुड़ी के ओरकिट, लवलीना, अडेनियम, कोलकाता के कडक़ चम्पा, गहलिया, बेंगलूरु के गुलाब, जरेनियम एवं जर्बेरा की डिमांड ज्यादा है।

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थाईलैंड के मंूगाकैट्स, बेंगलूरु की नर्सरी से आने वाली विदेशी प्रजाति सकुलैंड, पुणे की पिटूनिया, एग्जोरा केबिच, गुड़हल, नगालैंड के एंथोरियम, सिलीगुड़ी के ओरकिट, लवलीना, अडेनियम, कोलकाता के कडक़ चम्पा, गहलिया, बेंगलूरु के गुलाब, जरेनियम एवं जर्बेरा की डिमांड ज्यादा है।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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शीत ऋतु मेें हर तरफ प्रकृति इठलाती और खिलखिलाती नजर आ रही है। शहर में इस समय पौध शालाओं में सतरंगी फूलों के पौधे तैयार हो रहे हैं, जो अब खिलकर अपने रंग पर गुमान कर रहे हैं। ऐसे ही अदुभुत पुष्पों की श्रंखला के दृश्य देखकर आपका भी हो जाए मन भाव विभोर देखिए अनदेखे रंगों के विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, जो किसी गुलदस्ते की तरह नजर आ रहे हैं।

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