उपज लेकर आए किसानों अर्जुन पटेल, रघुवर चौरसिया, रामकृपाल पटेल, बेनी प्रसाद पटेल, राकेश पटेल, रघु पटेल, शीतल चौरसिया, उमाशंकर चौरसिया, शिवनंदन पटेल आदि ने बताया कि वे गांव से 15-20 किलोमीटर दूर से ट्रैक्टर से उपज लेकर आए हैं। खरीदी केंद्र में बारदाना नहीं होने से वे दिनभर बरसाती धूप में फसल की तकवारी करने को मजबूर हैं। किसानों ने बताया, समिति से जुड़े सिहोरा तहसील के देवनगर, हृदयनगर, मिढ़ासन, मझौली तहसील के कूड़ा, कंजई कैलवास, तपा, खुड़ावल आदि गांवों के किसानों को उपज खरीदी केंद्र लाने में परेशानी हो रही है। खरीदी केंद्र में 25 हजार क्विंटल गेहूं खुले में रखा है, जिसकी अभी तक तौल नहीं हुई है। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा, विभाग के जिम्मेदार अधिकारी रोज आज-कल बारदाना आने की बात कहकर जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
किसानों ने बताया समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू करने की घोषणा के कई दिनों बाद केंद्रों में खरीदी शुरू हुई। पंजीयन के बाद किसानों को उनके मोबाइल पर उपज लेकर खरीदी केंद्र पर पहुंचने के एसएमएस भेजे गए। किसान उपज लेकर केंद्रों में पहुंच गए, लेकिन कई दिनों के इंतजार के बाद खरीदी शुरू हुई। केंद्रों में उपज की सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से हवा-बारिश से अनाज को नुकसान भी पहुंचा।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीएस जादौन ने बताया, खरीदी केंद्रों में बारदाना पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला विपणन अधिकारी की है। इस सम्बंध में विपणन अधिकारी से बात कर गांधीग्राम सोसायटी में बुधवार तक बारदाना पहुंचा दिया जाएगा।