भारत कृषक समाज के अध्यक्ष के के अग्रवाल ने आरोप लगाया कि कलेक्टर छवि भारद्वाज ने पिछले सप्ताह उन्हें आश्वासन दिया था। कि धान खरीदी के लिए पोर्टल खुल जाएंगे 1 सप्ताह के भीतर उनके उपज का भुगतान भी हाथों में कर दिया जाएगा लेकिन वह नहीं हो पाया।
किसानों ने चेतावनी दी है कि अब पानी सिर से ऊपर हो गया हैं। हर बार उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला। अब वे आश्वासन लेकर वापिस नही लौटेंगे। 16 को प्रदेश की पूरी सरकार जबलपुर में रहेगी, किसान समूह में एकत्रित होकर सरकार को अपना विरोध प्रदर्शित कर तत्काल भुगतान की मांग करेंगे। सेकड़ो किसानों की टोकन प्राप्त, तुली हुई, बाहर मैदान में पड़ी धान को वेयरहाउस के अंदर करा कर कम्प्यूटर में चढ़ाने के लिए 3 दिन का आश्वासन कलेक्टर द्वारा दिया गया था, पर अभी तक धान जैसे के तैसे पड़ी है। खुले आसमान में कड़कती ठंड में अपने उत्पादन की तकवारी करते महीनों बीत गए। गेहूं के पंजीयन की तिथि 23 फरवरी नजदीक आ गयी, पर अभी तक पंजीयन प्रारम्भ नहीं हुए, किसान घबराहट में हैं, उनके पंजीयन कैसे हो पायंगे।