500 मीटर तक आया डॉग स्क्वॉड-
घटनास्थल पर पहुंचे डॉग स्क्वॉड को छोड़ा गया तो वह सुशील के घर से मुख्य सडक़ तक गया और इसके बाद घूम कर वापस आ गया। गले को किसी धारदार हथियार से काटा गया है। पीएम रिपोर्ट में दोनों के गले में छह इंच घाव मिले हैं। ग्राम कोटवार नत्थूलाल की शिकायत पर पुलिस ने धारा 450, 302 भादवि का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। हत्या की कोई वजह स्पष्ट नहीं हो पायी है।
सरपंच को किए आखिरी कॉल में सुशील ने कहा था राज की बात बतानी है!
माढ़ोताल आगासौद गांव निवासी सुशील और उसकी चार वर्षीय बेटी संजना की बेरहमी से हुई हत्या में कई क्लू पुलिस को मिले हैं। सभी पहलुओं की जांच में जुटी है। सुशील ने आखिरी कॉल गांव के सरपंच सनेक सिंह को किया था। बतौर सरपंच सुशील ने पहली बार कॉल किया था, तब वह रिश्तेदारी से लौट रहा था। रात 10 बजे के लगभग इस कार में सुशील ने कुछ बहुत ही जरूरी बात बताने की चर्चा की थी। सरंपच के पूछने पर कहा कि मिलकर सुबह बताऊंगा। चर्चा है कि आखिर सुशील कौन से राज से पर्दा उठाने की बात कह रहा था। इसके बाद ही उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस ने सुशील का मोबाइल जब्त कर जांच में लिया है।
राज तो बड़ा गहरा है : बेरहमी से हत्या के बाद भी आखिर क्यों नहीं सुन पाया चीख
मोबाइल के माध्यम से भी पुलिस इस हत्याकांड की बारीकियां सुलझाने में जुटी है। पुलिस ने कमरे से एक ब्लेड भी जब्त किया है। सबसे आश्चर्य की बात ये है कि इतनी बेरहमी से पिता-पुत्री की हत्या का दी गई और किसी को चीख तक नहीं सुनाई पड़ी। जबकि बड़े भाई विष्णु का घर 20 फीट दूरी पर और मझले भाई शंकर ठाकुर गौड़ का घर 10 फीट की दूरी पर है।
कमरे के ये थे हालात-
सुशील और उसकी बेटी संजना की हत्या जिस झोपड़ीनुमा आठ बाई पांच फीट के कमरे में हुई थी। उसके एक कोने में छोटा कूलर लगा था। कूलर के बगल में ही रोटियां रखी हुई थी। उस पर भी खून के छींटे पड़े थे। फर्श पर ही बिस्तर बिछाकर दोनों सो रहे थे। इसी कमरे से लगा दुकान था। जिस पर सुशील बैठता था।
सट्टा-पट्टी की भी चर्चा-
पुलिस को चर्चा में सट्टा-पट्टी का भी एक क्लू मिला है। इसके अलावा गांव में अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के सुशील के दुकान पर उठने-बैठने की जानकारी मिली है। इस पहलू की भी जांच पुलिस कर रही है।
शंकर की पत्नी की भी असामान्य मौत-
शंकर की पत्नी की भी दस वर्ष पहले असामान्य मौत हुई थी। गर्भवती हालत में उसके पेट में कुल्हाड़ी लगा था। जिससे जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी। शंकर भाग कर खेत में चला गया था। लौटा तब तक पत्नी की मौत हो गई थी। कुल्हाड़ी पेट में कैसे लगी, ये रहस्य भी आज तक नहीं खुल पाया। शंकर की चार बेटियों में एक की शादी हो चुकी है। तीन उसके साथ रहती हैं।
एक साथ हुआ अंतिम संस्कार-
पिता-पुत्री का पीएम के बाद एक साथ शाम पांच बजे गांव के पास शमशान घाट में बड़े भाई विष्णु ने अंतिम संस्कार किया। पत्नी सावित्री का रो-रो कर बुरा हाल था। पिछले बुधवार को ननद के घर गई सावित्री ने बताया कि 500 रुपए देकर भेजा था। तब से बात भी नहीं हुई थी।
वर्जन-
-आगासौद गांव में हुए दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए माढ़ोताल टीआई और क्राइम ब्रांच की दो टीमें लगाई गई हैं। हत्याकांड में कोई करीबी और गांव वाले के ही शामिल होने का अंदेशा है। जल्द ही खुलासा कर लेंगे।
सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी