प्रोजेक्ट से डूब में आते गांव
जल संसाधन विभाग ने सुगवां-बूढा के पास जिस स्थान पर अलोनी नदी के साथ पहाड़ों को जोडऩा था, उसमें डेम बनने से भराव में मगरधा व उससे लगे तीन-चार छोटे गांव डूब में आ रहे थे। जिसमें गांवों को भी विस्थापित कराया जाना था। सर्वे का हिस्सा रही एजेंसी के अनुसार विस्थापन को लेकर ही डेम निर्माण की फाइल रुकी थी।
खास बातें
– सुगवां-बूढ़ा के पास अलोनी नदी पर थी दो पहाड़ों को जोडऩे की योजना
– 1985 में कराया था जल संसाधन विभाग ने सर्वे
– एक करोड़ 10 लाख रुपये उस समय आंकी गई थी प्रोजेक्ट लागत
– 25 गांवों को मिलना था सिंचाई का लाभ
– रीठी के साथ पन्ना जिले के गांव तक जानी थी नहर
इनका कहना है
पुराना प्रोजेक्ट है, इससे जुड़े लोगों के साथ मौके का सर्वे करेंगे। यदि संभावनाएं हैं तो प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। मेरी पदस्थापना को बहुत दिन नहीं हुए हैं, इसके प्रोजेक्ट की जानकारी नहीं है।
आरके खुराना, कार्यपालनयंत्री, जल संसाधन विभाग
1985 में विभागीय अधिकारियों ने मेरे माध्यम से सुगवां-बूढ़ा के पास सर्वे कराया था। जिसमें सैकड़ों किसानों को लाभ होता लेकिन बाद में वह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ाया गया।
अनिल जैन, सर्वे में शामिल रहे एसेंजी के सदस्य