[typography_font:14pt;” >ई-आफिस के जरिए जनरेट की 11 हजार फाइलें, जबलपुर. रेल मंडल जबलपुर का दफ्तर हाइटेक हो रहा है। यहां अब फाइलें अधिकारियों की टेबल पर नहीं, बल्कि कम्प्यूटर पर होती हैं। एक क्लिक करते ही मनचाही फाइल उपलब्ध हो जाती है। अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी ऑनलाइन दिया जा रहा है। अधिकारियों की सुविधा के लिए मंडल ने कई ऐप भी तैयार कराए हैं।कोरोना संक्रमण से पहले एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी तक फाइलें भेजने के लिए मैनपावर लगता था। इसमें समय भी लगता था। इससे बचने के लिए पूरे रेल मंडल में ई-ऑफिस प्रक्रिया लागू की गई है। ई-ऑफिस के जरिए अब तक 11 हजार से अधिक फाइलें जनरेट की जा चुकी हैं।प्रशिक्षण हुआ ऑनलाइनरेल मंडल जबलपुर के चारों प्रशिक्षण संस्थानों में अधिकारी-कर्मचारियों को प्रारंभिक प्रशिक्षण, प्री-प्रमोशन प्रशिक्षण, स्पेशलाइजेशन प्रशिक्षण ऑनलाइन दिया जाता है। इससे टीए-डीए की भी बचत हो रही है।सेवा विवरण भी ऑनलाइनएचआरएमएस सॉफ्टवेयर में रेल मंडल के सभी अधिकारी-कर्मचारियों की सेवा से सम्बंधित विवरण भी दर्ज किया गया है। इससे एक क्लिक पर सभी जानकारी उपलब्ध हो रही है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अधिकारी-कर्मचारियों के पास और पीटीओ भी ऑनलाइन जारी किए जा रहे हैं।बायोडाटा, वेतनपर्ची, एनपीएस, आयकर, ऋण, एडवांस, अवकाश, पारिवारिक जानकारी, सेवानिवृत्ति सम्बंधी लाभ, भविष्य निधि निकासी सम्बंधी जानकारी के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को अब दफ्तरों के चक्कर नही काटने पड़ रहे हैं। क्योंकि ये सभी जानकारियां आरइएसएस एप पर उपलब्ध हैं।…वर्जन…रेल मंडल जबलपुर में ई-ऑफिस प्रक्रिया लागू हो गई है। अधिकारी-कर्मचारियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनकी सुविधा के लिए विभिन्न ऐप भी संचालित किए जा रहे हैं।विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल