ये रहेगी व्यवस्था-
-एफआरवी में तैनात बल के अलावा एक-एक प्रधान आरक्षक को तीन शिफ्ट में अतिरिक्त लगाया जाएगा।
-प्रधान आरक्षक को इंटरनेट युक्त कम्प्यूटर/लैपटॉप या टेबलेट दिया जाएगा। जिसमें सीसीटीएनएस को एक्सेस की जा सके। पोर्टेबल प्रिंटर, और जरूरत के अनुसार यूपीएस दिया जाएगा।
-एफआईआर में अधिक समय लगने पर अधिकारी-कर्मचारी को छोडकऱ एफआरवी लौट जाएगी।
-सीएसपी स्तर पर रोज और एएसपी व एसपी स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी।
इन जिलों में शुरू हो रही योजना-
जबलपुर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, मुरैना, होशंगाबाद, रीवा, शहडोल, सागर, उज्जैन, बालाघाट व दतिया