कलेक्ट्रेट परिसर में धारा 144 लागू है
प्रदेश अध्यक्ष के नामांकन में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, सांसद प्रहलाद पटेल सहित कई दिग्गज नेता पहुंचे थे। इसकी वजह से समर्थकों की भीड़ भी उत्साह में बेकाबू हो गयी। कलेक्ट्रेट परिसर में धारा 144 लागू है। बावजूद वहां 150 की संख्या में समर्थक पहुंच गए। निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार नामांकन के समय एक प्रत्याशी के साथ अधिकतम चार समर्थक मौजूद रह सकते हैं, मगर सिंह के निर्वाचन में ये नियम टूट गया। इसी को कांग्रेस ने लपक लिया। कांग्रेस भी रविवार को सीएम के एसओडी सहित करीबियों पर डाले गए इनकम टैक्स की रेड को लेकर मौके की ताक में थी।
इनके खिलाफ मामला दर्ज-
जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से एसडीएम ने ओमती थाने में महापौर स्वाति गोडबोले, शरद जैन, दमोह सांसद प्रहलाद पटेल, विधायक अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, इंदू तिवारी, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडेय सहित अन्य के खिलाफ़ अचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया।
इधर, पांच साल में प्रदेश अध्यक्ष की सम्पत्ति 1.65 करोड़ बढ़ गयी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद राकेश सिंह की सम्पत्ति में पांच वर्ष में 1.65 करोड़ का इजाफा हुआ है। अचल सम्पत्ति में 76.79 लाख रुपए तो चल सम्पत्ति में 88.90 लाख रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि सांसद और उनकी पत्नी पर 13.87 लाख का कर्ज भी इस दौरान चढ़ गया है। नौ साल पहले रेलवे स्टेशन पर किए गए प्रदर्शन को लेकर दर्ज प्रकरण से अब तक निजात नहीं मिला। मामला न्यायालय में लंम्बित है।
खुद का पेशा किसानी तो पत्नी संभालती हैं बिजनेस
सासंद राकेश सिंह ने सोमवार को नामांकन के साथ लगाए गए हलफनामे में अपनी चल-अचल सम्पत्तियों की घोषणा की है। पांच साल में सांसद राकेश सिंह के खुद के नाम की सम्पत्ति में 78.40 लाख, पत्नी माला सिंह की सम्पत्ति में 86.29 लाख, बेटी गरिमा की सम्पत्ति में 63 हजार तो छोटी बेटी प्रतिष्ठा की सम्पत्ति में 35 हजार रुपए का इजाफा हुआ है। हलफनाम के अनुसार सांसद राकेश सिंह समाजसेवा के साथ-साथ किसान भी हैं। वहीं उनकी पत्नी बिजनेस संभालती हैं। वह ठाकुर टिम्बर में और श्री नर्मदा मोटर्सकॉप में पार्टनर हैं। पांच साल पहले पत्नी मेसर्स श्री गोमती कंस्ट्रक्शन में साझेदार थी, लेकिन अब बिजनेस बदल गया है।
ये है अपराधिक प्रकरण-
सात सितम्बर 2010 को स्टेशन पर अनाधिकृत प्रवेश कर उत्पात मचना, कर्मचारियों के काम में बाधा डाले व ट्रे रोकने पर धारा 145, 146,147 व 174 रेल अधिनियम का प्रकरण दर्ज हुआ था। वर्तमान में ये प्रकरण स्पेशल कोर्ट में लम्बित है।
इस तरह बढ़ी सम्पत्ति-
2014 में-2019
नकदी–
स्वयं-42700-52250 रुपए
पत्नी-23000-58280 रुपए
बैंक-
स्वयं-7,03,469-24,07,539 रुपए
पत्नी-28,621-48,470 रुपए
बेटी गरिमा-00-28757 रुपए
बेटी प्रतिष्ठा-00-3822 रुपए
गोल्ड–
स्वयं के-80 ग्राम-93.5 ग्राम
पत्नी-700 ग्राम-840 ग्राम
बेटी गरिमा-70 ग्राम-80 ग्राम
बेटी प्रतिष्ठा-60 ग्राम-70 ग्राम
आम्र्स-खुद के नाम का रिवाल्वर 32 बोर
पेशा-
स्वयं-कृषक
पत्नी-ठाकुर टिम्बर में और मेसर्स श्री गोमती कंस्ट्रक्शन में साझेदार है
कुल अस्थाई सम्पत्ति-
खुद का-22,45,618-38,00,466 रुपए
पत्नी माला सिंह-27,69,021-1,0004,926 रुपए
गरिमा-2,05,000-2,68,737 रुपए
प्रतिष्ठा-1.78 लाख-2,13,822 रुपए
कुल स्थाई सम्पत्ति-
स्वयं-1,14,08,750-1,76,94,000 रुपए
पत्नी-97,58,500-1,11,52,400 रुपए
शिक्षा-
हायर सेकेण्डरी-1978 में क्रिश्चियन स्कूल जबलपुर
बीएससी-1982 साइंस कॉलेज से