लगतार बढ़ रही है संख्या
शहर के फिटनेस ट्रेनिंग सेंटर्स में महिलाओं के रजिस्ट्रेशन के ग्राफी पर नजर डाली जाए, ताकि मॉर्निंग और इवनिंग बैचेज में सबसे ज्यादा महिलाओं की संख्या ही देखने को मिल रही है। पिछले कुछ समय में यह आंकड़ा जहां 20 से 35 परसेंट तक रहता था, वही अब बढ़कर 45 से 55 फीसदी तक हो गया है।
सिर्फ फिट बॉडी की चाह
फिटनेस फ्रेंडली मॉडल एंड फिटनेस ट्रेनर प्रेरणा जादवानी बताती है कि शहर में अब महिलाओं के बीच जिमिंग का ट्रेंड बढ़ रहा है। उनकी चाह अब स्लिम ट्रिम बॉडी की नहीं, बल्कि फिट बॉडी की हो चुकी है। वे बॉडी को सिर्फ एक ही टोन और शेप में रखना चाहती हैं कि ताकि उनमें ओबेसिटी न हो।
हेल्दी काया के लिए जिमिंग
शहर में अब हेल्दी काया पाने के लिए सिटी गल्र्स और विमन जिमिंग कल्चरल पर भी फोकस कर रही है। उनका कहना है कि वर्तमान दौर में हर तरह की बीमारियों से बचने के लिए हेल्दी बॉडी के ग्राफ को मैनटेन रखना बहुत ही जरूरी है। आजकल महिलाओं में काफी यंग एज में ही थायराइड, ओबेसिटी और तरह-तरह की प्रॉब्लम हो रही है। इन सभी से बचने के लिए बॉडी को टोन में रखना काफी जरूरी है।
इस तरह बन रही सेहत
– योग
– मेडिटेशन
– जिम
– जुम्बा
– एरोबिक्स
– वॉक