14 हजार रुपए था अधिकतम किराया
दिवाली और उसके आसपास के दिनों में हवाई सफर का किराया अधिकतम 14 हजार और न्यूनतम सात से आठ हजार रुपए था। 28 से 31 अक्टूबर तक लोगों को हवाई सफर के लिए सात से आठ हजार रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इसका कारण दिवाली और छठ के बाद बड़ी संख्या में लोग घर और काम पर लौटते हैं।
अधिकतम छह हजार रुपए
एक नवम्बर को हवाई सफर का अधिकतम किराया छह हजार रुपए है। यह नवंबर माह में दर्शाया जाने वाला सबसे अधिक किराया है। इसके बाद किराया घटकर साढ़े चार हजार, चार हजार और 3800 रुपए तक पहुंच गया है। यही कारण है कि नवंबर में जबलपुर से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलूरु आना-जाना सस्ता रहेगा।
इसलिए कम होता है ग्राफ
दिवाली के बाद स्कूल-कॉलेजों में मिड टर्म की परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं। इसलिए लोग नवंबर से दिसम्बर के दूसरे सप्ताह तक छुट्टियां मनाने बाहर नहीं जाते। इस दौरान त्योहार भी नहीं होते। इसलिए हवाई यात्रियां की संख्या में गिरावट आती है।