निरीक्षण पंजी भरते नहीं बनता
जिला शिक्षा अधिकारी को बताया कि उनकी फ्लाइंग स्क्वॉड में जितने भी शिक्षक शामिल हैं, उनसे निरीक्षण पंजी तक भरते नहीं बनती हैं तो फिर वे क्या प्रकरण बनाएंगे। 12वीं हिंदी के परचे में निरीक्षण पंजी भी उन्हीं को भरने पड़ी। परीक्षा केंद्रों में नकल को बढावा देने के लिए जिला शिक्षा विभाग द्वारा जानबूझकर ऐसे शिक्षकों को शामिल किया गया, जिन्हें परीक्षा के बारे में कुछ जानकारी ही नहीं है।
फ्लाइंग स्क्वाड में इन पर उठी उंगलियां
नार्बट स्टैनली कन्या उमावि सुकरी, राजेश कुमार ओएफके खमरिया, नीरजा राय उमावि सालीवाड़ा गौर, सुषमा तिवारी प्राथमिक शाला न्यू आंनद नगर आधारताल, राजेश श्रीवास्तव प्राथमिक शाला कैलवास, मुकेश चंदेल शासकीय माध्यमिक शाला अन्ना नगर, ममता शर्मा शासकीय माध्यमिक शाला निगरी शामिल हैं। इन सभी को उपायुक्त की टीम में नगरीय सीमा क्षेत्र के लिए शामिल किया गया है।
-स्क्वाड में एेसे शिक्षकों को लगाया गया है जिन्हें कुछ नही पता हैं। इन्हें हटाने के लिए कहा गया है। डीईओ के माध्यम से ही शिक्षकों के नामों की अनुशंसा की जाती है। इतनी बड़ी परीक्षाओं में इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है।
–अंजू सिंह, उपायुक्त ननि
-इस संबंध में उपायुक्त का पत्र मिला है। उनकी फ्लाइंग स्क्वॉड में लगे शिक्षकों से भी पूछताछ की गई। लेकिन उनकी फ्लाइंग स्क्वाड कलेक्टर के द्वारा बनाई गई है इसलिए वे ही इसमें संशोधन करेंगे।
– सुनील कुमार नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी