जबलपुरPublished: Jan 11, 2022 09:28:48 pm
manoj Verma
महिलाएं और उनका ग्रुप जरूरतमंदों की नि:शुल्क सेवा करने के लिए संकल्पित
Foreign artificial hands will be applied to the disabled
जबलपुर. शहर में तीन महिलाएं और उनका एक ऐसा गु्रप है, जो दुर्घटनावश या फिर किसी हादसे में हाथ खो देने वाले जरूरतमंदों को कृत्रिम हाथ लगवाने के लिए संकल्पित हैं। इन्होंने कृत्रिम हाथ विदेशों के मंगवा लिए हैं, कृत्रिम हाथ लगाने के लिए लोगों से संपर्क कर रही हैं ताकि वे आत्मनिर्भर होकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सके। अभी तक इनके पास प्रदेश भर के दिव्यांगों ने संपर्क किया है।
हाथ नहीं होने से व्यक्ति दूसरों पर आश्रित हो जाता है। ऐसे में उसे किसी न किसी एक व्यक्ति के सहारे की जरूरत होती है। ऐसे हालात में ज्यादातर भिक्षुक की श्रेणी में लोग आ जाते हैं और वे समाज की मुख्य धारा से हट जाते हैं। न परिवार बचता है और ही कोई समाजिक दायरा होता है, जिससे इन लोगों का परिवार भी सिमट कर रह जाता है। ऐसे हालात को देखते हुए घर की पाठशाला और हरि-कृष्णा फाउंडेशन की सोनू भाटिया, डॉ.ऋषि सागर और पल्लवी गुप्ता और उनके साथियों ने ठान लिया कि वे ऐसे जरूरतमंद लोगो की मदद करेंगी और इस दिशा में कार्य करते हुए उन्होंने कृत्रिम हाथों के लिए विदेशों में पड़ताल की और अमेरिका की एक जगह उन्हें अत्याधुनिक हाथ मिलें। जरूरतमंदों को इन हाथों को लगवाने के लिए अब लोगों की खोज की जा रही है। महिलाओं का कहना है कि उनके पास रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है।
अमेरिका के कृत्रिम हाथ लगाने की तैयारी
घर की पाठशाला और हरि-कृष्णा फाउंडेशन के द्वारा नि:शुल्क कृत्रिम हाथ का केम्प जबलपुर में लगाया जा रहा है। इस कैम्प में प्रदेश भर के दिव्यांग शामिल होंगे। इन दिव्यांगों में वे लोग शामिल हो रहे हैं, जिन लोगों ंके हाथ कोहनी से नीचे कटे हुए हैं। ऐसे लोगो को अमेरिका में बना कृत्रिम हाथ बिल्कुल मुफ्त में लगया जाएगा। इसके लिए लोगों से सतत संपर्क किया जा रहा है और एक्सपर्ट लोगों की मौजूदा स्थिति को देख रहे हैं।
सामान्य रूप से काम किया जा सकता है….
हाथ लगने के बाद व्यक्ति सामान्य रूप से काम कर सकता है। जैसे लिखना, चमच्च पकड़ के खाना, बाइक कार या साईकल चलाना, रोटी बेलना, सब्जी काटना, रसोई का काम, समान उठाना, ब्रश करना, मजदूरी का काम करना सहित दिनचर्या के अन्य कार्य आसानी से कर सकता है। सोनू भाटिया, डॉ. ऋषि सागर और पल्लवी गुप्ता ने बताया कि आगामी होने वाले कैम्प में नि:शुल्क कृत्रिम हाथ लगाया जाएगा। इसमें किसी भी तरह का ऑपरेशन नहीं करना पड़ता हैं। ये हाथ घड़ी की तरह कभी भी लगाया या खोला जा सकता है। संस्था ने अपील की है कि कृत्रिम हाथ लगवाने के लिए यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हो, जिनका हाथ कोहनी से नीचे कटा हुआ हो और मूल हाथ का कम से कम 3 इंच हिस्सा मौजूद हो तो ऐसे लोगों तक ये जानकारी पहुचाएं। नि:शुल्क लाभ लेने के लिए संस्था के मोबाइल नंबर 8989891139, 9407020359, 7489376919 पर संपर्क भी किया जा सकता है।