जबलपुर . शहर में विदेशी ड्राइफ्रूट्स की खपत बढ़ रही है। काजू, बादाम और पिस्ता के साथ अब क्रेनबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, अखरोट और मामरा बादाम के साथ खजूर की खपत हो रही है। ज्यादातर ड्राइफ्रूट्स विदेशों से आते हैं। सेहत ठीक रखने, वजन बढ़ाने के लिए इसका उपयोग हो रहा है। शहर की बात करें तो हर माह 20 करोड़ का कारेाबार इस क्षेत्र में होता है।
ड्राइफ्रूट्स का उपयोग वर्षों से सेहत बनाने के लिए होता रहा है। लेकिन बीते तीन से चार साल में खपत में काफी अंतर आया है। शहर की थोक और फुटकर दुकानों में 60 प्रतिशत ड्राइफ्रूट्स विदेशों से आता है। सभी प्रकार की बेरी अमेरिका से आयात होती है। अखरोट देश के साथ कैलीफोर्निया से आता है। कई तरह के पोषण तत्वों से युक्त मामरा बादाम ईरान से तो अजवा खजूर सउदी अरब से आता है। देश के बडे़ कारोबारी इन्हें खरीदकर शहरों को भेजते हैं।
मध्यम वर्ग भी कर रहा खरीदी
ऐसा नहीं है कि देश में ड्राइफ्रूट्स की पैदावार नहीं होती है। लेकिन कुछ ऐसे ड्राइफ्रूट्स हैं जो केवल बाहरी देशों से मंगाए जाते हैं। देशी बादाम, काजू, किशमिश, छुआरा, अंजीर भी बाजार में खूब आती है। इनकी खपत बढ़ने का एक कारण मध्यम वर्ग की ओर से भी इसकी खरीदी ज्यादा करना है। कोरोना के बाद से लोगों ने इसे खूब अपनाया है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ड्राइफ्रूट्स मदद करते हैं।
कोरोना के बाद से खपत बढ़ी आमतौर पर हर घर में उपयोग बढ़ा है। ड्राइफ्रूट्स कारोबारी विजय आहूजा के अनुसार ड्राइफ्रूट्स की कोरोना के बाद से खपत बढ़ी है। विदेशों से आने वाले ड्राइफ्रूट्स की मांग में इजाफा हुआ है। कई प्रकार के नए उत्पाद शहर में आने लगे हैं।
किसके क्या फायदेकाजू- थकान दूर करने और त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने में सहायक। यह ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। बादाम- विटामिन, डायटरी फाइबर दिमाग को तरोताजा रखता है। यह शुगर और इंसुलिन का लेवल बढ़ने से रोकता है। किशमिश- इससे रस, रक्त, शुक्र आदि धातुओं तथा ओज की मात्रा बढ़ती है। यह आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम से भरपूर है।
पिस्ता- पिस्ता में काजू, अखरोट, बादाम से कम केलोरी होती है। मेवों में सबसे अधिक प्रोटीन की मात्रा इसी में होती है। अखरोट- इसमें ओमेगा-3 तथा ओमेगा-6 फैट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं जो दिल के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं।
अंजीर- इसमें कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह हड्डियां मजबूत करता है। खून बढ़ाने में मददगार है। चिलगोजा- यह हड्डियों को मजबूत, दांतों को स्वस्थ्य, हृदय और तंत्रिका तंत्र एवं मांसपेशियों की कार्य क्षमता को बढ़ाता है।
क्रेनबेरी- पाचन समस्याओं के साथ मूत्र प्रणाली के रोगों में उपयोगी है। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, जिंक आदि होता है। ये हैं भावमेवा–कीमत बादाम 600- 800 काजू 700- 900 किशमिश 200-300