1 महीने से बीमार हैं घनघोरिया
पूर्व मंत्री घनघोरिया बीते एक महीने से बीमार हैं। कमजोरी और फेफड़ों में निमोनिया की शिकायत पर उन्हें पहले जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां लगातार तबीयत बिगड़ने के कारण पहले उन्हें सीसीयू में शिफ्ट किया गया। सीसीयू में भी शिफ्ट करने के बाद जब घनघोरिया के स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया तो डॉक्टर्स ने उन्हें दिल्ली ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद परिजन और करीबी उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल लेकर पहुंचे। मेदांता अस्पताल में हुए कोरोना टेस्ट के दौरान घनघोरिया की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। फिलहाल घनघोरिया अस्पताल में भर्ती हैं जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
पूर्व मंत्री घनघोरिया बीते एक महीने से बीमार हैं। कमजोरी और फेफड़ों में निमोनिया की शिकायत पर उन्हें पहले जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां लगातार तबीयत बिगड़ने के कारण पहले उन्हें सीसीयू में शिफ्ट किया गया। सीसीयू में भी शिफ्ट करने के बाद जब घनघोरिया के स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया तो डॉक्टर्स ने उन्हें दिल्ली ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद परिजन और करीबी उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल लेकर पहुंचे। मेदांता अस्पताल में हुए कोरोना टेस्ट के दौरान घनघोरिया की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। फिलहाल घनघोरिया अस्पताल में भर्ती हैं जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
एयर एंबुलेंस से ले जाया गया दिल्ली
करीब एक महीने से लखन घनघोरिया का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था। तबीयत बिगड़ने पर बीते दिनों उन्हें परिजन जबलपुर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां स्वास्थ्य बिगड़ने और डॉक्टर्स के दिल्ली अस्पताल ले जाने की सलाह के बाद लखन घ नघोरिया के परिजन और करीबियों ने तुरंत एयर एंबुलेंस का इंतजाम किया और उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले गए। जहां अभी उनका इलाज किया जा रहा है। बता दें कि लखन घनघोरिया की गिनती जबलपुर ही नहीं बल्कि महाकौशल के कद्दावर नेताओं में होती है और उन्हें जमीनी नेता की तौर पर पहचाना जाता है। उनके कई समर्थक हैं जो ईश्वर से उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे हैं।
करीब एक महीने से लखन घनघोरिया का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था। तबीयत बिगड़ने पर बीते दिनों उन्हें परिजन जबलपुर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां स्वास्थ्य बिगड़ने और डॉक्टर्स के दिल्ली अस्पताल ले जाने की सलाह के बाद लखन घ नघोरिया के परिजन और करीबियों ने तुरंत एयर एंबुलेंस का इंतजाम किया और उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले गए। जहां अभी उनका इलाज किया जा रहा है। बता दें कि लखन घनघोरिया की गिनती जबलपुर ही नहीं बल्कि महाकौशल के कद्दावर नेताओं में होती है और उन्हें जमीनी नेता की तौर पर पहचाना जाता है। उनके कई समर्थक हैं जो ईश्वर से उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे हैं।