सीजन में पहली बार झमाझम की बजाय बारिश की रफ्तार मध्यम रही। पूरे दिन सूरज बादलों में छिपा रहा। बारिश का पानी कई जगह पर भर गया। सडक़ों, आंगन में पानी, कीचड़ और कुछ देर की बरसाती झड़ी ने पहली बार लोगों को सावन में झूमने का मौका दिया। बारिश से शाम सुहानी हो गई। शाम से ही ठंडी हवा चली। उमस से चिपचिपाहट से परेशान लोगों को राहत में राहत मिली। मौसम के बदले मिजाज के बाद रात को लोग मौसम का आनंद लेने सडक़ों पर घूमने निकलें।
बारिश के बाद तापमान में तीन डिग्री से ज्यादा की कमी आयी। अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। यह सामान्य से दो डिग्री और शुक्रवार के मुकाबले 3.4 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री दर्ज किया गया है। आद्र्रता सुबह के समय 95 प्रतिशत और शाम को 87 प्रतिशत थीं। दक्षिण-पश्चिम हवा 3-4 किमी प्रतिघंटे की औसत गति से चली। शुक्रवार रात से लेकर शनिवार शाम तक करीब 14 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गई है। सीजन में कुल बारिश का आंकड़ा बढकऱ 437.8 मिमी हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार उड़ीसा और उससे लगे हुए बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। पंजाब से लेकर हरियाणा के बीच में चक्रवात बना हुआ है। गुजरात के ऊपर भी निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। इनके प्रभाव से शनिवार को शहर में बारिश हुई। इसका असर अभी भी बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवा का नया घेरा बन रहा है। इससे 48 घंटे में एक और सिस्टम सक्रिय होने की संभावना है। इसके कारण 7 अगस्त, 2019 तक संभाग के अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ अच्छी वर्षा होने का अनुमान है।
शहरी सीमा में कमजोर असर
आसमान में शनिवार को पूरे दिन काले बदल जमे रहे। जिले के सीमावर्ती जिलों सहित संभाग में कई जगहों पर शनिवार को अच्छी बारिश हुई। बारिश का यह असर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों तक भी रहा। यहां तेज बारिश हुई। लेकिन शहरी सीमा में बादलों का असर कमजोर रहा। आसपास के मुकाबले कम बारिश हुई।