यहां लिया जाता था पुलिस में नौकरी लगाने का ठेका
जबलपुरPublished: May 07, 2016 09:19:00 pm
बकायदा आई कार्ड और वर्दी का होता था वितरण, पुलिस के पास पहुंचे बेरोजगार तब खुला राज
जबलपुर। ट्रैफिक पुलिस में नौकरी दिलाने के लिए यहां बकायदा ठेका होता था। चयन के लिए पूरी प्रक्रिया अपनाई जाती थी। रुपए लेने के बाद उम्मीदवारों को बकायदा आईकार्ड और वर्दी तक दी जाती थी। इस गोरखधंधे का भांडाफोड़ तब हुआ जब ठगे हुए बेरोजगार युवक असली पुलिस के पास पहुंचे और आप बीती सुनाई। अब पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
यह है मामला
पुलिस के अनुसार विजय नगर घड़ी चौक निवासी आलोक खंपरिया की मुलाकात कुछ माह पूर्व कटरा निवासी शेख सलमान से हुई थी। सलमान से आलोक ने कहा कि उसे ट्रैफिक पुलिस द्वारा ठेका दिया गया है। जिसके तहत उसे ट्रैफिक थाने में युवकों की नियुक्ति करानी है। नियुक्त होने वाले को प्रतिमाह 10 हजार रुपए मानदेय भी मिलेगा।
फंसे बातों के जाल में
आलोक की बातों के जाल में आलोक समेत लगभग एक दर्जन से अधिक युवा फंस गए। आलोक ने सभी से 15-15 हजार रुपए लिए। बदले में सभी को ट्रैफिक पुलिस की वर्दी और फर्जी आईकार्ड बांट डाले।
फिर पहुंचे थाने
आलोक समेत अन्य बेरोजगार युवकों ने आलोक को जनवरी में रुपए दिए थे। लेकिन जब चार माह बीतने के बाद भी नौकरी नहीं लगी, तो वे उससे रुपए मांगने लगे। आलोक ने रुपए नहीं दिए, तो सभी थाने पहुंचे। जहां आलोक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी शेख सलमान की तलाश शुरू कर दी है।