महिलाओं के स्वास्थ्य की चिंता: सेंट्रल लैब शुरू, क्षेत्रीय संचालक ने किया शुभारम्भ
एल्गिन अस्पताल में 52 प्रकार की जांच की मिलेगी सुविधा, एसएमएस पर रिपोर्ट
सेंट्रल लैब में
32 प्रकार की जांच अभी तक हो रही थी।
52 प्रकार की जांच अब शुरूकर दी गई है।
01 सौ जांच तक आगे करने की तैयारी है।
तैयार करने में
50 लाख रुपए के करीब लैब की लागत आई।
06 टेक्नीशियन अभी लैब में काम कर रहे हैं।
13 कुल लैब टेक्नीशियन करने का प्रस्ताव है।
सीबीसी से लेकर हार्मोनल परीक्षण तक
सेंट्रल लैब में मरीजों को सीबीसी, शुगर, यूरिया, क्रेटेनाइन, थैलेसीमिया से लेकर लीवर, लिपिड और किडनी प्रोफाइल का परीक्षण सुलभ होगा। महिलाओं को आमतौर पर होने वाले रक्तप्रवाह में ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर की जांच वहीं हो जाएगी। महिलाओं को हार्मोन सम्बंधी जांच के लिए भी निजी पैथोलॉजी लैब के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सभी जांच रिपोर्ट प्राइवेट लैब की तरह कम्प्यूटर प्रिंटेंड होगी।
जरूरत पडऩे पर कोरोना जांच हो सकेगी
सेंट्रल लैब में जांच के लिए आउट सोर्स का सहारा लिया गया है। इसमें सरकार की योजना के तहत आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। इससे एक ही समय पर ज्यादा संख्या में मरीजों के नमूने की जांच सम्भव होगी। पहले के अपेक्षाकृत हाईटेक मशीनों के जरिए ज्यादा सटीक परिणाम मिलेंगे। इन आधुनिक उपकरणों की मदद से आने वाले समय में लगभग सौ प्रकार की जांच सुविधा मरीजों को मिलेगी। नई मशीन में जरूरत पडऩे पर कोरोना जांच भी की जा सकेगी।