सुबह से लेकर रात तक लग रहा दांव पर दांव
नाल कटने के साथ खिलाडि़यों को किया जा रहा फायनेंस
नगर निगम के वर्कशॉप को जाने वाले मार्ग के सामने एनएमटी के किनारे लेफ्ट टर्न बनाया है। मॉडल रोड से एमएलबी स्कूल की ओर यहां ऑटो रिक्शा पार्क किए जा रहे हैं। यहां सुबह से लेकर रात तक ऑटो रिक्शा खड़े किए जा रहे हैं। इसके बीच एक ऑटो में जुआ खेला जा रहा है। ऑटो में पांच लोग बैठ रहे हैं और अन्य खिलाड़ी खड़े होकर खेलते हैं। ऑटो में सवारियों को बिठाने वाली सीट पर पासें फेंके जाते हैं और जीत हार का फैसला किया जा रहा है।
काट रहे नाल
एक्सपोज के स्टिंग में यह सामने आया है जीतने वाले खिलाड़ी से तुरंत नाल काट ली जा रही है। मौके पर लोग नाल काटने वाले व्यक्ति को ‘अन्ना’ कहकर पुकार रहे थे। इस दौरान एक खिलाड़ी के पास चिल्लर नहीं होने पर उसने अन्ना से पांच सौ रुपए की चिल्लर भी ली थी। इस दौरान खिलाड़ी बनकर जुआ खेलने वाले एक ऑटो ड्राइवर से बातचीत की गई तो उसका कहना था कि…
क्यों हम भी खेल सकते है?
हां, क्यों नहीं।
लेकिन यहां तो ज्यादातर ड्राइवर और बस स्टैंड वाले हैं?
तो, क्या हुआ भाई। बस नाल देनी होगी।
कितनी नाल देनी होती है?
जीतने वाले से दस प्रतिशत देते हैं।
इससे क्या होता है?
नाल देने से हम तो सुरक्षित रहते हैं।
वो कैसे?
अन्ना भैया है ना। वो सब सेट कर लेते हैं।
क्या सेट करते हैं?
अरे, भाई पुलिस आ गई तो सब सेटिंग हो जाती है। खर्चा मिल जाता है और वो चले जाते हैं। तभी तो इस जगह पर आराम से जुआ चल रहा है।
आ-जा रहे थे सवारी ऑटो
इस जगह पर सवारी ऑटो आ-जा रहे थे। इनमें से कुछ लोग उतरकर दांव भी लगा रहे थे। जानकार कहते हैं कि जुआ फड़ बने ऑटो के समानांतर दूसरा ऑटो खड़ा किया जा रहा था ताकि सड़क से सीधा दिखाई न दे। नाल काटने वाले व्यक्ति हारने वाले व्यक्ति को उधार पैसा भी दे रहा था।
पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं
जानकार कहते हैं कि इस जगह पर पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं की जा रही है। इससे लेफ्ट टर्न पर ऑटो रिक्शा की जमघट हो रहा है। ये ऑटो मॉडल रोड से लेकर एमएलबी रोड तक पार्क किए जा रहे हैं, जिसकी आड़ में ये जुआघर चल रहा है।
हां, मुझे जानकारी है। मैंने दो-तीन पहले कार्रवाई की है। इस मामले को दिखवाता हूं।
नितिन पांडे, चौकी प्रभारी, बस स्टैंड