पुलिस का कहना है कि तस्करों ने इतना दिमाग लगाया था कि उस तरफ किसी का ध्यान जाने का सवाल ही नहीं था। सबको लग रहा था कि वाहन में खाली ड्रम रखे गए हैं। लेकिन, जब पुलिस से पूछा गया कि आखिर पूरे वाहन की पड़ताल क्यों नहीं की गई? यह पता लगाने की कोशिश क्यों नहीं की गई कि एंगल लगाने का मकसद क्या है? इस बारे में बताने के बजाय पुलिस यह कहकर अपनी ही पीठ थपथपा रही थी कि उसने इतनी बड़ी तस्करी का खुलासा किया है।