मगन रहे युवा
अनन्त चतुर्दशी के मौके पर समितियों के युवा भक्ति भाव में मगन हो गए। झांकियों का आकर्षक ढंग से सजाने के साथ उन्होंने म्यृजिक का सलेक्शन भी अपने मन पसंद की की। कॉलोनियों से भगवान गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए लोग निकले तो समूह बन गया। एक ही वाहन में कई प्रतिमाएं थी तो उनका ग्रुप बन गया। विसर्जन कुंड भटौली और तिलवाराघाट जाने वाल रोड पर युवाओं की संख्या अधिक नजर आई। इनमें कई ग्रुप ऐसे थे जिन्होंने अबीर गुलाल इतना उड़ाया कि हर कोई एक रंग में नजर आ रहे थे। कुंड के करीब पहुंचने से पहले कोई बैंड दलों की धुन पर थिरका तो कुछ ग्रुप ने कार की म्युजिक तेज कर जमकर डांस किया।
हॉस्टलों में यूथ ने की भक्ति
घर से दूर रहने वाले स्टूडेंट के ग्रुप ने हॉस्टलों में भगवान गणेश की छोटी प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की। संडे का विसर्जन की बारी आई तो उन्होंने ग्रुप बनाकर विजर्सन जुलूस निकाला। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के हॉस्टलों में भी गणेशोत्सव का इंज्वॉय किया गया। इसी प्रकार रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी एवं नानाजी देशमुख वेटरनरी यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों में भी यूथ के ग्रुप ने भक्ति के आनंद के अनुभूति की। वहीं नर्सिंग हॉस्टल की गल्र्स ने हॉस्पिटल में ड्यूटी के साथ प्रतिमाएं स्थापित की थीं। विजर्सन में भी उनके ग्रुप के सभी फ्रेंड्स कुंड तक गए।
भगवान के साथ सेल्फी
कुंड के पास भगवान गणेश की विदाई के दौरान युवाओं के चेहरे भावुक हो गए। कोई फ्रेंड़्स के साथ ग्रुफी तो कोई सेल्फी में भगवान की यादे सहेज रहा था। यूथ के ग्रुप ने डांस को लाइव किया और अन्य गु्रपों में शेयर करके भी इंज्वॉय किया।
विसर्जन कुंडों पर मेला
मंगलमूर्ति मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ के गगनभेदी जयकारों के बीच संस्कारधानीवासियों ने रविवार को विध्नहर्ता मंगलकर्ता भगवानश्री गणेश को विदाई दी। शहर के ग्वारीघाट स्थित मुख्य विजर्सन कुंड, तिलवाराघाट स्थित विसर्जन कुंड, भेड़ाघाट, सरस्वतीघाट, लम्हेटाघाट सहित प्रमुख तालाबों में सुबह से विसर्जन का जो क्रम शुरू हुआ। वह देर रात तक जारी रहा। वहीं रात्रि में नगर निगम चौक से भव्य चल समारोह निकला। जिसमें लगभग एक दर्जन श्रीगणेश प्रतिमाएं सम्मिलित हुई। चलसमारोह मार्ग पर हर तरफ भक्तों की भीड़ थी। संस्कारधानी में रविवार को हर तरफ गणेशोत्सव पर्व की धूम रही। विसर्जन कुंड भटौली में विसर्जन करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। गीताधाम के पास ही छोटी मूर्ति लेकर गए चार पहिया वाहनों को रोका गया। वहां से गाजे-बाजे की धुन पर झूमते हुए श्रद्धालु गए तो कुंड तक भक्तिमय माहौल कायम रहा। वहीं बड़ी प्रतिमाओं को कुंड तक जाने की अनुमति दी गई। नौ नावों के माध्यम से विसर्जन किया गया।
विसर्जन कुंड तिलवारा में गांधी स्मारक से कुंड तक श्रद्धालुओं का तांला लगा रहा। इस मौके पर कुंड के पास मेला जैसा दृश्य बन गया था। समितियों के लोगों ने बड़ी प्रतिमाओं और अन्य लोगों ने घरों में विराजित प्रतिमाओं की आरती कर विसर्जन किया। देर शाम तक विसर्जन करने वालों का तांता लगा रहा। शहर में निकले मुख्य श्री गणेश चल समारोह एवं अन्य समितियों के लोगों ने हनुमानताल तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन किया। हनुमानताल के समीप बैंड दलों की धुन पर भक्तिमय माहौल कायम रहा।
निकला भव्य चल समारोह
बैंड दल, धम्माल और घोडे़ और दुलदुल घोड़ी नृत्य के साथ नगर निगम चौक से रविवार शाम मुख्य श्री गणेश चल समारोह निकाला गया। विभिन्न स्वरूप में विराजित किए गए भगवान गणेश के दर्शन-पूजन के लिए काफी संख्या में दर्शक पहुंच गए थे। मनमोहक झांकियों के साथ युवाआें की टोलिया भक्ति भाव में झूम रही थीं। नगर निगम चौक तीन पत्ती चौक से शाम को भव्य चल समारोह निकला। जो कि नगर निगम से मालवीय चौक, सुपर मार्केट, लार्डगंज चौराहा, जवाहरगंज, बड़ा फुहारा, कमानिया गेट, सराफा, कोतवाली, घोड़ा नक्कास होते हुए हनुमानताल पहुंचा।
इन्होंने घर में किया विसर्जन
नदी-तालाबों को प्रदूषण मुक्त रखने के पत्रिका के संकल्प में भागीदार बनते हुए कचनार सिटी निवासी सीमा पचौरी ने रविवार को भगवान गणेश की प्रतिमा को आंगन में जलपात्र रखकर विसर्जित किया। पचौरी ने बताया कि वह हर साल इसी तरह से भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जित करती हैं। मिट्टी का उपयोग गमले में रोपे गए फूल-पौधों में कर देती हैं। इस मौके पर मौजूद दीपा कोष्टा, रानू विश्वकर्मा, प्रणव पचौरी, संगीता यादव, अदिति पचौरी, नैंसी खरे, रजनी नायर ने भी घर में ही गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने का संकल्प लिया।