जबलपुर

जानते हैं सुंदर लड़कियां धूप में भी काली क्यों नहीं होती, ये है राज

जानते हैं सुंदर लड़कियां धूप में भी काली क्यों नहीं होती, ये है राज

जबलपुरApr 13, 2019 / 11:27 am

Lalit kostha

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जबलपुर। अक्सर उन लड़कियों को देखकर जलन ज्यादा होती है जो झुलसा देने वाली गर्मी में भी सांवली या काली नहीं होती हैं। बल्कि और निखर कर सामने आती हैं। उनका राज आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं समर सीजन में हीट बढ़ते ही गमछे, दुपट्टे, छाता और चश्मों की डिमांड बढ़ गई है। इनमें फैशन का भी ध्यान रखा जा रहा है। मैचिंग के अनुसार गमछे और दुपट्टे खरीदे जा रहे हैं।

news facts-

प्रिंटेड, स्टाइलिस्ट की डिमांड
धूप से बचने के लिए डिजाइनर गमछों और दुपट्टों का सहारा

दोपहर के समय अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आस-पास पहुंच गया है। ऐसे में गर्म हवा लोगों को झुलसाने लगी है। धूप और तपती लपटों से बचने के लिए लोग तरह-तरह के जतन करते हैं। इसमें विभिन्न रंगों के गमछे, दुपट्टे और टोपियां भी शामिल हैं। सीजन में गमछे का ट्रेंड भी बदल गया है। सिम्पल की बजाय बॉर्डर पर विभिन्न रंगों की धारियों वाले गमछे और डिजाइनर दुपट्टे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। मार्केट में सफेद और डिफरेंट कलर्ड दोनों तरह के गमछे बिक रहे हैं। लेकिन, सफेद गमछे सबसे अधिक बिक रहे हैं। दुपट्टे की च्वॉइस सूट के अनुसार की जा रही है। धूप में छांव की कोशिश और गर्मी से बचाव के लिए लोग डार्क कलर के गमछे और दुपट्टे से परहेज कर रहे हैं।

सिटी में डस्ट इफेक्ट भी
सिटी में डस्ट से बचने के लिए भी गमछों और दुपट्टों का चलन बढ़ा है। डस्ट के कारण सफेद गमछे जल्दी गंदे हो जाते हैं। इसलिए कुछ लोग लाइट कलर और प्रिंंटेड गमछे यूज कर रहे हैं। बजार में गल्र्स एंड लेडीज की पसंद को देखते हुए डिफरेंट कलर वाले प्रिंटेड और धारीदार दुपट्टे भी उपलब्ध हैं। बड़ा फुहारा के सतीश जैन ने बताया, इस समय बॉर्डर पर कलर्ड उिजाइन वाले गमछों की बिक्री अधिक हो रही है। गढ़ा के व्यापारी नितिन बेंटिया ने बताया, इस सीजन में गमछे का ट्रेंड बदला है, लेकिन फैशन के अनुसार ही लोग गमछों और दुपट्टों की खरीदी कर रहे हैं।

इन रेंज में उपलब्ध
ठ्ठ गमछा : 40-400 रुपए
ठ्ठ दुपट्टा : 80-350 रुपए

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