जबलपुरPublished: Jul 04, 2020 07:46:11 pm
shyam bihari
सफल परीक्षण के बाद जबलपुर लौटी जीसीएफ की टीम
dhanush top
जबलपुर। सेना को धनुष तोप की दूसरी खेप देने से पहले राजस्थान के पोकरण रेंज में उसका परीक्षण किया गया। यह परीक्षण सफल रहा। जबलपुर की गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) में तैयार तोप में कुछ नए कलपुर्जें लगाए गए थे, जिन्हें फायरिंग के दौरान परखा गया। तोप ने पहले की तरह बराबर काम किया। इसकी रिपोर्ट भी जीसीएफ के साथ ही सेना के पास भेजी गई है। इस बीच जो टीम परीक्षण की प्रक्रिया के लिए जबलपुर से पोकरण गई थी, वह वापस आ गई है। 38 से 40 किमी की दूरी तक मार करने वाली 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष तोप में हाल में कुछ नए कलपुर्जे लगाए गए थे। इससे पहले स्वदेशी इंजन लगाकर उसका परीक्षण किया गया था। उसमें भी जीसीएफ प्रबंधन को सफलता हाथ लगी थी। एक तोप को पिछले महीने पोकरण रेंज भेजा गया था। यहां पर पूरी क्षमताओं के साथ इसका परीक्षण किया गया। सूत्रों ने बताया कि सेना के अधिकारी और जीसीएफ के दल की मौजूदगी में दो दिन फायरिंग की गई। इस दौरान तोप से 35 से 40 राउंड गोले दागे।
छह तोप मिलेगी सेना को
स्वदेशी बोफोर्स तोप कही जाने वाली धनुष तोप की दूसरी खेप जल्द ही सेना को मिलेगी। इसमें छह तोप शामिल होंगी। इसकी तैयरियां जीसीएफ में चल रही हैं। पहले भी इतनी तोप भेजी गई थीं। जबलपुर में इस काम के लिए जीसीएफ प्रबंधन को दूसरी जगह नहीं जाना पडेग़ा। सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो होने के कारण इसे यहीं पर सेना को सौंप दिया जाता है। जीसीएफ के जनसम्पर्क अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि धनुष तोप को ज्यादा शक्तिशाली बनाने के लिए अपग्रेड करने का काम निरंतर किया जा रहा है। हाल में कुछ नए आइटम इसमें जोड़े गए हैं। इनका पोकरण में परीक्षण किया गया। इसके परिणाम सकारात्मक रहे हैं।