बैठक में मदन महल पहाड़ी पर पाथ-वे, रोप-वे, म्यूजियम, उद्यानों का विकास एवं तालाबों के सौंदर्यीकरण के कार्यों को इसकी प्राकृतिक, पर्यावरणीय एवं जैव विविधता को कायम रखने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर देवताल मंदिर समूह एवं घाटों के संरक्षण के दिए गए प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। जबलपुर की जल धरोहर विषय पर दिसंबर माह के मध्य में राष्ट्रीय स्तर का सेमीनार आयोजित करने तथा इंटेक की गतिविधियों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराने का निर्णय हुआ।
संरक्षित की जाएगी पाटबाबा पहाड़ी कलेक्टर यादव ने कार्यशाला से केंट बोर्ड के स्कूलों को भी जोडऩे की बात कही। पाटबाबा पहाड़ी के उस हिस्से को संरक्षित करने के प्रस्ताव पर भी बैठक में आया जहां डायनासोर के अवशेष फसिल्स के रूप में मौजूद हैं। कलेक्टर ने कहा कि जल्दी ही इस क्षेत्र का भ्रमण कर इसे संरक्षित करने की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसी तरह पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे हेनरी स्लीमन द्वारा स्थापित रेफरमेट्री स्कूल को संरक्षित करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि जल्दी ही इस क्षेत्र का भ्रमण कर इसे संरक्षित करने की कार्ययोजना तैयार की जाएगी1
बैठक में रहे मौजूद बैठक में विचार-विमर्श किया गया जहां ठगों द्वारा विश्व के सबसे बड़े गलीचा का निर्माण किया गया था जो आज भी इंग्लैंड में वकिंघम पैलेस में मौजूद है। बैठक में केंट बोर्ड के सीईओ सुब्रत पाल, जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्र, अपर कलेक्टर एवं सीईओ स्मार्ट सिटी संदीप जीआर, सहायक कलेक्टर सिद्धार्थ जैन, इंटेक के कन्वीनर डॉ. आरके शर्मा एवं वरिष्ठ सदस्य डॉ. वीके खन्ना भी मौजूद थे ।