यह है स्थिति
– जिले में 51 जगहों पर होता है सेंपल का कलेक्शन।
– शासकीय संस्थाओं में शहरी क्षेत्र में 23 जगह चिन्हित।
– एक वीआइसी यूनिट सैम्पल कलेक्शन के लिए।
– ग्रामीण क्षेत्र में 27 जगह लिया जाता है सैम्पल।
– प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा लिए जा रहे सैम्पल।
– 15 सौ से ज्यादा रिजल्ट के भेजे जाते हैं एसएमएस।
– नई व्यवस्था में प्रतिदिन चार बार भेजे जा रहे परिणाम
– सुबह 10 बजे, दोप. 3, रात 8 और सुबह 6 बजे।
कोरोना के लक्षण वाले लोग अपना सैम्पल फीवर क्लीनिक के साथ दूसरे स्थानों पर देते हैं। कुछ निजी पैथोलॉजी भी सैम्पल एकत्रित कर रही हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति प्रशासन द्वारा चिन्हित सैम्पल कलेक्शन पर अपना सैम्पल देता है, उसके कुछ घंटों के बाद उसकी सूचना सम्बंधित व्यक्ति को मिलती है। उसमें इस बात का उल्लेख रहता है कि आपका कोरोना टेस्ट सैम्पल ले लिया गया है। उसमें व्यक्ति को एसआरएफ आइडी नंबर दिया जाता है। जबलपुर जिला प्रशासन की वेबसाइट पर जो लिंक दी जाएगी, उसमें यही आइडी एवं पंजीकृत मोबाइल नंबर डालने से परिणाम प्रदर्शित हो जाएगा।
दो दिन बाद मिल रही रिपोर्ट
अभी आइसीएमआरआई और मेडिकल कॉलेज के द्वारा सेंपल कलेक्शन किया जाता है। वहीं सेंपल के परिणाम के लिए सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जिला जिला चिकित्सालय में चिकित्सक एवं स्टाफ को तैनात किया गया है। अभी लोगों को सेंपल की रिपोर्ट दो दिनों के बाद मिल रही थी। एनआइसी के तकनीकी सहयोग से व्यवस्था में सुधार किया गया है। नई व्यवस्था के तहत लगातार सेंपल आने के साथ ही उनकी जांच भी शुरू हो रही है। वहीं पहले टेस्ट के सारे परिणाम आने के बाद एक साथ सुबह 10 बजे जिला चिकित्सालय की विंग परिणाम जारी करती थी। इसके लिए एसएमएस किए जाते थे। लेकिन अब व्यवस्था को बदला गया है। अब सेंपल का परिणाम आते ही तुरंत उसे संबंधित व्यक्ति को भेजा जा रहा है। अब अधिकांश लोगों को जल्द एसएमएस मिल रहा है।
सेंपल कलेक्शन व उसके परिणामों की शीघ्रता के लिए कलेक्टर के निर्देश पर सुधार किया गया है। कुछ कमियां थी जिन्हें सीएमएचओ कार्यालय, मेडिकल और आइसीएमआर माध्यम से दूर की गई हैं। विभाग के द्वारा तकनीकी सहयोग किया गया है। परिणाम के लिए भी जल्द ही जिला प्रशासन की वेबसाइट पर लिंक दी जाएगी।
– आशीष शुक्ला, तकनीकी निदेशक, एनआइसी जबलपुर