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मेडिकल कॉलेज में ऑनलाइन मिलेगी पैथोलॉजी रिपोर्ट

locationजबलपुरPublished: Oct 06, 2018 01:05:41 am

Submitted by:

abhishek dixit

मेडिकल कॉलेज में जल्द लागू होगी नई व्यवस्था, आउटसोर्स से होगी जांच

Biometric attendance of students now in medical colleges

Biometric attendance of students now in medical colleges

जबलपुर. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में मरीजों को पैथोलॉजी जांच और रिपोर्ट के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। नमूनों की जांच के बाद कंप्यूटराइज्ड रिपोर्ट ऑनलाइन मरीज के वाट्सअप या इमेल पर भेजी जाएगी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी जांच व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए मेडिकल अस्पताल की सेंट्रल लैब को आउटसोर्स पर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत लैब में अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी। मौजूदा जांच के साथ कई अन्य जांचों की सुविधा भी शुरू की जाएगी।

एनएबीएल का सर्टिफिकेट जरूरी
सूत्रों के अनुसार आउटसोर्स पर दी जाने वाली लैब का नेशनल एक्रिडिएशन बोर्ड फॉर लैबोरेट्रीज (एनएबीएल) से सर्टिफिकेट कराना जरूरी होगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेषज्ञ समय-समय पर लैब का जायजा लेंगे। नूमनों की जांच करेेंग। गड़बड़ी मिलने पर जुर्माने और निविदा निरस्त करने की कार्रवाई होगी।

इसलिए हो रही कवायद
मेडिकल कॉलेज स्थित सेंट्रल लैब में कई आधुनिक मशीनें है। इन मशीनों में जांच के लिए सिर्फ उन्हीं कम्पनियों की किट का उपयोग होता है। इस एकाधिकार के कारण किट और मशीनों के रखरखाव पर ह साल मोटी रकम खर्च हो रही है। इसके बावजूद किट की कमी होने पर कई बार जांच को लेकर समस्या होती है। मरीजों की संख्या बढऩे के साथ ही सेंट्रल लैब में जांच का भार बढऩे से रिपोर्ट देने में भी कई बार अधिक वक्त लग रहा है। कर्मचारियों की संख्या कम होने से जांच की गुणवत्ता संदिग्ध बनी हुई है।

यह बनेगी स्थिति
– आउटसोर्स होने के बाद लैब में हर प्रकार की जांच चौबीस घंटे होगी।
– लैब के साथ ओपीडी में मरीजों के नूमने एकत्र करने की व्यवस्था होगी।
– हर प्रकार की जांच रिपोर्ट देने के लिए समय-सीमा निर्धारित रहेगी।
– अस्पताल में भर्ती मरीजों को उनकी जांच रिपोर्ट वार्ड तक पहुंचाई जाएगी।

मेडिकल अस्पताल में मरीजों को पैथोलॉजी जांच की आधुनिक और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे है। आउटसोर्सिंग से मरीजों पर कोई अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं आएगा। जांच कराना आसान हो जाएगा।
शरद जैन, चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री

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