नारियल का तेल
कुछ बूंद वर्जिन नारियल तेल की लें। इसे हल्का गर्म करें और सिर में बालों की जड़ों में अच्छी तरह से लगाएं। जड़ों में अच्छी तरह से कुछ देर मालिश करें, ताकि तेल अच्छी तरह से अवशोषित हो जाए। इसमें आप कुछ बूंदें विटामिन ई तेल की भी मिला सकते हैं। यह भी ड्राई और डैमेज स्कैल्प को मॉइश्चर प्रदान करेगा। आप ऐसा हफ्ते में दो बार करें। दरअसल स्कैल्प जितना रूखा होता है, उसमें उतनी ही खुजली होती है। इसलिए स्कैल्प को मॉइश्चराइज रखें। सफ्ताह में दो बार नारियल का तेल लगाने और हल्के हाथों से मालिश करने से स्कैल्प में मॉइश्चर बना रहेगा। नारियल का तेल एंटी बैक्टीरियल भी होता है, जिससे इंफेक्शन से लडऩे में मदद मिलती है, जिससे भी खुजली होती है।
टी ट्री ऑयल
पांच-10 बूंद टी ट्री ऑयल की अपने हाथ में लें और सीधे स्कैल्प पर लगाएं और फिर बालों में इसे पूरी रात लगा रहने दें। सुबह बाल अच्छी तरह से धो लें। ऐसा हफ्ते में दो या तीन बार करें। टी ट्री ऑयल स्कैल्प को मॉइश्चराइज करने के साथ-साथ उसे पोषण भी प्रदान करता है और ड्राईनेस को हटाता है। इसमें टरपीन्स होता है, जो एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल होता है और स्कैल्प के इंफेक्शन से लड़ता है।
एप्पल सिडार विनेगर
एक भाग एप्पल सिडार विनेगर में चार भाग पानी मिलाएं और इससे स्कैल्प की मालिश करें। ऐसा हफ्ते में दो बार करें। एप्पल विनेगर स्कैल्प की सफाई कर एस्ट्रींजेंट का काम करता है।
बेकिंग सोडा
दो-तीन बड़े चम्मच बेकिंग सोडा में थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को स्कैल्प पर लगाए और 10-15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर धो लें। कुछ दिन बाद ऐसा फिर से करें। बेकिंग सोडा न केवल एंटीबैक्टीरियल होता है, बल्कि एंटीफंगल भी होता है। यह हानिकारक माइक्रोब्स को खत्म कर खुजली और इंफेक्शन को दूर करता है।
ऑलिव ऑयल
ऑलिव ऑयल को थोड़ा गर्म कर इससे स्कैल्प और बालों की मालिश करें। रात भर बालों में तेल लगा रहने दें और फिर सुबह बालों को धो लें। ऐसा हफ्ते में दो बार करें। ऑलिव ऑयल में ऑलियोकैंथाल और ऑलियूरोपेन होते हैं, जो स्कैल्प में मौजूद इंफ्लेमेशन को दूर करके खुजली दूर करते हैं।
नींबू का रस
दो-तीन बड़ा चम्मच ताजा नींबू का रस लें। इसे कॉटन बॉल की मदद से स्कैल्प पर लगाएं। इसे पांच से 10 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर पानी से धो लें। ऐसा हफ्ते में दो बार से ज्यादा न करें। नींबू के रस में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। इसमें मौजूद फाइटोकैमिकल्स एंटी इंफ्लेमेटरी गुण लिए होते हैं। याद रखें, नींबू के रस का ज्यादा इस्तेमाल बालों के रंग को हल्का कर सकता है।
ऐलोवीरा
ऐलोवीरा की पत्तियों से जैल निकाल लें। इस जैल को जैल को 15-20 मिनट तक स्कैल्प पर लगाएं और फिर गुनगुने पानी से धो लें ताकि ऐलोवीरा आसानी से निकल जाए। ऐसा हफ्ते में दो बार करें। ऐलोवीरा जैल एक प्राकृतिक मॉइश्चराइजर है, जो डैंड्रफ की समस्या से लड़ता है।