अतिक्रमण हटाने के दौरान यहां पड़ी पुरानी निर्माण सामग्री के तहत ईंट का इस्तेमाल करके मकान बनाए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि मकान बनाने में पहाड़ी से ही निकाली जाने वाली मुरम का इस्तेमाल किया जा रहा है। मौके पर मकानों का ढांचा तैयार करके उस पर शेड डाल लिया गया है।
चोरी की बिजली का इस्तेमाल
इन जगहों पर चोरी की बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां से गुजरने वाली आर्मड केबल के जंक्शन बॉक्स में लग्घी फंसाई जा रही है। इसके काफी दूर तक पहाड़ी के उपर तक बिजली तार ले जाए गए हैं।
अतिक्रमण हटाने के दौरान छूटे नलों का उपयोग
अतिक्रमण हटाने के दौरान यहां नलों के पाइप छूट गए थे। इन पाइपों में पानी आ रहा है। जानकार कहते हैं कि यहां लोगों की सुविधा के लिए पहले सार्वजनिक नल लगाए गए थे, जिन्हें अतिक्रमण हटाते समय बंद कर दिया गया था लेकिन पुन: बसाहट होने के दौरान लोगों ने जुगाड़ से ये नल तैयार कर लिए हैं।
अदालत ने दिए निर्देश : हाल ही में अदालत ने जिल प्रशासन को अतिक्रमण की स्थिति पर निर्देश जारी किए हैं। इसमें जिला प्रशासन को समयसीमा की मोहलत भी दी है।
ये है हालत
गढ़ा थाने के पीछे
गढ़ा थाने के पीछे पहाड़ी की तलहटी से लेकर उपर तक मकान तैयार कर लिए गए हैं। इन मकानों तक जाने के लिए रास्ता भी तैयार कर लिया गया है। मौजूदा हालात में यहां करीब 30 मकान बना लिए गए हैं।
मेडिकल के सामने
मेडिकल के सामने डॉक्टर्स कॉलोनी जाने वाले मार्ग पर पहाड़ी पर मकान बनाए जा रहे हैं। यहां प्रशासन के द्वारा खींची गई तारों की ग्रिल के अंदर मकान बनाए जा रहे हैं। इसमें कई जगहों पर हाल ही में मकान बनाए गए हैं। मौके पर करीब 10 मकान एेसे हैं, जो कुछ ही दिनों के भीतर बने हैं।
मदनमहल पहाड़ी पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम गठित हो गई है, जिस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।
अनूप श्रीवास्तव, तहसीलदार, गोरखपुर