जबलपुर। एयरफोर्स के शक्तिशाली थाउजेंड पाउंडर बम की बॉडी का निर्माण ग्रे आयरन फाउंड्री (जीआईएफ) में होगा। आयुध निर्माणी बोर्ड ने इसके लिए हरी झंडी दिखा दी है। इसी तरह 25 पौंड की बम बॉडी का उत्पादन भी इसी वित्तीय वर्ष से शुरू होगा।
जीआईएफ अभी 100 से 120 किलो एरियल बम का खोल (बॉडी) तैयार करती है। इसके अलावा एमुनेशन बॉक्स, हैंड ग्रेनेड और सुरंगरोधी बमों के हल की ढलाई भी यहीं होती है। यह पहला मौका है जब एयरफोर्स के लिए थाउजेंड पाउंडर बम की बॉडी तैयार होगी। ट्रायल के तौर पर फाउंड्री ने तीन बम तैयार कर लिए हैं। इनकी मशीनिंग राइफल फैक्ट्री ईशापुर और एक निजी कंपनी की सहायता से की जा रही है। चालू वित्तीय वर्ष में 20 बमों का उत्पादन किया जाएगा। इसके पूरा होते ही बल्क में उत्पादन शुरू हो सकेगा।
25 पाउंड का भी बड़ा ऑर्डर
फाउंड्री ने 25 पौंड बम की बॉडी भी विकसित की है। बोर्ड ने इसीलिए वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए प्रारम्भिक लक्ष्य 200 बमों की बॉडी का दिया है। दोनों उत्पाद फाउंड्री के लिए नए हैं।
पहली बार 200 करोड़ पार
फाउंउ्री को इतिहास में पहली बार चालू वित्तीय वर्ष के लिए 200 करोड़ रुपए का उत्पादन लक्ष्य मिला है। इससे न केवल प्रबंधन, बल्कि कर्मचारियों में भी उत्साह है। फाउंउ्री ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में 170 करोड़ रुपए का उत्पादन किया।
थाउजेंड पाउंडर और 25 पौंड बम की बॉडी का उत्पादन इस साल से शुरू किया जाएगा। आयुध निर्माणी बोर्ड से दोनों बमों के साथ चालू वित्तीय वर्ष के लिए 200 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य भी हासिल हुआ है।
आशुतोष कुमार, महाप्रबंधक, जीआईएफ