सिविल लाइंस में एक मनचले ने 14 वर्षीय किशोरी के साथ छेड़छाड़ की और स्कूल में घुसकर धमकाया। सात जुलाई को नर्सिंग हॉस्टल में युवक घुस गया। इसके बावजूद पुलिस स्कूल-कॉलेजों के पास मंडराने वाले इन मनचलों को सबक नहीं सिखा पा रही है। दो वर्ष पहले एसपी महेंद्र सिंह सिकरवार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोड-रेड की शुरूआत की थी। एसपी रहे शशिकांत शुक्ला ने कोड रेड की चार टीमों का गठन किया। हनुमानताल, बेलबाग, गोहलपुर, घमापुर, सिविल लाइंस, गोरखपुर, विजय नगर, माढ़ोताल, रांझी, केंट इन थाना क्षेत्रों में छेड़छाड़ सबसे अधिक हैं।
केस : एक
10 जुलाई- किशोरी को एक महिला ने दबाव डालकर सेक्स वकर्र बनकर पैसे कमाने के लिए मजबूर किया। किशोरी ने गढ़ा थाने में पहुंच कर महिला के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया।
केस : दो
12 जुलाई- शादी का झांसा देकर बलात्कार करता रहा। सगाई के पहले रिश्ता तोड़ा। प्रेमी की बेवफाई से तंग आकर 19 वर्षीय युवती ने नींद की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश की।
केस : तीन
08 जुलाई-संजीवनी नगर में 18 वर्षीय युवती ने फंदे से लटकर कर आत्महत्या कर ली। प्रेमी ने धोखा दिया और दूसरे से सगाई कर ली। प्रेमी और उसके घरवालों की धमकी से वह परेशान थी।
एसपी जबलपुर अमित सिंह ने कहा कि कोड रेड को नए सिरे से प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। छेड़छाड़ व बलात्कार जैसी घटनाएं सामाजिक हैं, सिर्फ पुलिस की सख्ती और सजा की डर से इस पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता है। समाज के लोगों को आगे आना होगा। पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।