22 नहीं, 18 और 14 कैरेट में बन रही ज्वेलरी, पढ़ें पूरी खबर
सोने के दामों में बढ़ोत्तरी के कारण इस शहर में कस्टोमाइज ज्वैलरी बनी पसंद

जबलपुर। कोरोना काल से सेहत के साथ-साथ सभी तरह के व्यापार और कारोबार पर ही अपना असर दिखाया है। इस बीच गोल्ड रेट भी इसके असर से प्रभावित हैं। अभी न ही शादियों का मौसम है न ही कोई त्यौहारों का दौर है। इसके बाद भी सोने के दाम 49 हजार के पार चल रहे हैं। ऐसे में शहर के ज्वेलर्स पारम्परिक अंदाज में बनाई जाने वाली ज्वैलरी पैटर्न और डिजाइन में बदलाव ला रहे हैं। वहीं ग्राहक भी अब कस्टोमाइज ज्वैलरी पर फोकस कर रहे हैं। इसमें अब 22 कैरेट ज्वैलरी नहीं, बल्कि 14 से 18 कैरेट तक की ज्वैलरी लोग बनावाना पसंद कर रहे हैं।
हैवी ज्वेलरी की डिमांड कम
मार्केट में कोरोना के कारण अभी उबर जाना संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कस्टमर्स भी हैवी ज्वैलरी से दूर होते रहे हैं। वे ऐसी बजट फ्रेंडली ज्वैलरी पसंद कर रहे हैं, तो लाइट वेट होने के साथ अट्रैक्टिव भी लगे। ज्वैलरी की डिजाइन में अपडेशन अब कुछ महीनों के अंतराल में नजर आने लगता है, लेकिन कोरोना के कारण हैवी नेकलैस की जगह कम वजन की ज्वैलरी का ट्रेंड आ गया है।
कॉकटेल रिंग्स पसंद
इस ट्रेंड में इयररिंग्स या कॉकटेल रिंग पसंद की जा रही है। जिसके साथ किसी और ज्वैलरी पीस की जरूरत नहीं होती। अब तक ज्वैलरी में 22 कैरेट की ज्वैलरी काफी पसंद की जा रही थी, लेकिन अब बढ़ते हुए दामों को देखते हुए यह ज्वैलरी 14 कैरेट के साथ-साथ 18, 20 कैरेट में बन रही है। लोगों की डिमांड के अनुसार 14 कैरेट में भी फॉर्मल पीस बनाया जा रहा है।
स्टेटमेंट पीस एक ही पैटर्न पर
अभी तक ज्वैलरी वाले एक ही पैटर्न पर पूरा सेट तैयार किया करते थे, इसमें नेकलैस, इयररिंग्स, अंगूठी, मांगटीका, नथ आदि एक ही पैटर्न पर तैयार होते थे, लेकिन अब स्टेटमेंट ज्वैलरी की डिमांड के चलते सिंगल पीस तैयार किए जा रहे हैं।
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