इंजीनियरिंग कॉलेजों की प्रायोगिक परीक्षाएं 16 से
पहली बार ऑनलाइन होगी परीक्षा, न छात्र कॉलेज आएंगे न पर्यवेक्षक
इसलिए लिया निर्णय
कोरोना संक्रमण और आवागमन में होने वाली परेशानी को देखते हुए राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और तकनीकी कौशल विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रायोगिक परीक्षा को ऑनलाइन मॉड्यूल में लागू किया गया है। हालांकि सैद्धांतिक परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी।
ये हो रही तैयारी
परीक्षा के लिए कॉलेज अपनी क्षमता के अनुसार पांच-पांच और 10-10 छात्रों के बैच बनाकर परीक्षा का शेड्यूल तय कर रहे हैं। प्रत्येक छात्र की टाइमिंग भी फिक्स की जा रही है। प्रदेशभर में बीई, बी.फॉर्मेसी, एमसीए कोर्स के अंतिम सेमेस्टर के करीब 40 हजार छात्र परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षा के पहले होगा मॉक टेस्ट
आरजीपीवी ने सभी सरकारी और निजी कॉलेजों को प्रैक्टिकल परीक्षा कराने वाले प्रोफेसरों की सूची भेज दी है। कॉलेज अपने स्तर पर किसी भी ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा कराने की व्यवस्था करेंगे। प्रैक्टिकल परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट होगा, जिससे छात्रों को मूल परीक्षा में परेशानी नहीं हो।
कोविड-19 के मद्देनजर आरजीपीवी ने प्रायोगिक परीक्षा को ऑनलाइन मोड से जोड़ा है। 16 जून से परीक्षाओं का शेड्यूल तय किया गया है।
– प्रो. एसएस ठाकुर, प्राचार्य जेईसी
– परिस्थितियों के अनुसार यह अच्छा प्रयास है। परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। छात्र-छात्राओं की प्रोफाइल अपडेट करने के साथ उन्हें ऑनलाइन परीक्षा से सम्बंधित दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।
– डॉ. पंकज गोयल, डायरेक्टर, ज्ञानगंगा इंजीनियरिंग कॉलेज
परीक्षा से पहले सभी तकनीकी पहलुओं को परख रहे हैं। इसका रिकार्ड भी सुरक्षित रखना होगा। परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट होगा।
– प्रो. प्रशांत जैन, टेक्निकल एक्सपर्ट, जेईसी