मध्य प्रदेश शासन ने विकासखंड स्तर पर कौशल विकास योजना के अंतर्गत कौशल विकास केंद्र शुरू किए थे। सिहोरा विकासखंड में बीआरसीसी भवन में कौशल विकास केंद्र में चार टें्रड इलेक्ट्रिकल, फिटर, वेल्डर और मैकेनिकल शुरू किए थे। 40 छात्रों को प्रशिक्षित करने तीन ट्रेड प्रशिक्षक, एक प्रबंधक और एक लेखापाल की संविदा आधार पर पदस्थापना विभाग ने की थी, लेकिन मार्च 2018 में योजना को अचानक बंद कर दिया गया। विभागीय अधिकारियों ने इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया। कौशल विकास केंद्र बंद होने से सिहोरा तहसील के नगर और ग्रामीण क्षेत्र की 60 ग्राम पंचायतों के युवा तकनीकी शिक्षा से पूरी तरह वंचित हो गए।
नई योजना का पता नहीं
मप्र शासन तकनीकी शिक्षा विभाग ने कौशल विकास केंद्र को बंद करने के बाद कौशल विकास केंद्रों को मुख्यमंत्री कौशल संवद्र्धन योजना के नाम से शुरू करने की बात कही थी। करीब चार माह का समय बीत गया, लेकिन योजना कब शुरू होगी, इसका जबाब विभागीय अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं। मालूम रहे सिहोरा विकासखंड में शासकीय आईटीआई नहीं है, जिसकी मांग लम्बे अरसे से चल रही है। ऐसे में नई योजना के शुरू नहीं होने से युवा तकनीकी शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
खास-खास
-एक अक्टूबर 2013 को कौशल विकास केंद्र की शुरुआत
-सितम्बर 2017 में केंद्र को बंद करने के आदेश
-फरवरी 2018 में योजना को बंद कर दिया गया
-मुख्यमंत्री कौशल विकास संवद्र्धन योजना शुरू करने की बात
विकासखंड स्तर पर कौशल विकास केंद्रों को मुख्यमंत्री कौशल संवद्र्धन योजना के रूप में शुरू करने की योजना थी। योजना कब शुरू होगी, इसको लेकर अभी तक कोई आदेश नहीं आए हैं।
केएल मरकाम, नोडल अधिकारी कौशल विकास केंद्र जबलपुर जोन