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एमयू कार्यपरिषद की बैठक में अहम निर्णय
दूसरी बार नकल करते पकड़े जाने पर निष्कासित होंगे छात्र
एक साल होने बाद होने वाली परीक्षा में शामिल करने का निर्णय किया गया है। ऐसे छात्र-छात्राओं से एक शपथ पत्र भी लिया जाएगा जिसमें दोबारा नकल प्रकरण दर्ज होने पर एमयू से निष्कासिन करने का प्रावधान होगा। बैठक में यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन का निर्माण काम 10 सितंबर को शुरू करने का निर्णय हुआ। इस कार्यक्रम में राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे।
पीजी परीक्षा के पेपर का बदलेगा प्रारूप-
कार्यपरिषद में मेडिकल की पीजी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सवालों के प्रकार में बदलाव के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। प्रस्ताव के मुताबिक अब पीजी परीक्षा में कुल अंकों के 20 प्रतिशत अंक के सवाल मल्टीपल च्वाइस वाले होंगे। अभी तक पीजी की परीक्षा में केवल लांग आनर्स वाले सवाल पूछे जाते हैं।
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस को 19 करोड़-
बैठक में एनएससीबी मेडिकल कॉलेज में बन रहे टीबी और चेस्ट के स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के लिए 19 करोड़ रुपए के अनुदान की राशि स्वीकृत की गई है। करीब 50 करोड़ रुपए से बन रहे सेंटर में बाकी राशि राज्य सरकार प्रदान करेगी। संचालन शुरू होने के बाद स्कूल ऑफ एक्सीलेंस एमयू को हैंडओवर हो जाएगा।
कार्यपरिषद की बैठक में यूएफएम केसेज, पीजी एग्जाम के पेपर पैटर्न, न्यू एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्ंिडग के कार्य शुभारंभ संबंधी निर्णय किए गए है।
– डॉ. आरएस शर्मा, कुलपति, मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय