एनसीटीई ने एनआईओएस के माध्यम से कराए गए कोर्स को किया अमान्य, डीएलएड कोर्स करने के बाद भी नहीं बन सकेंगे सरकारी शिक्षक
तीन लाख ने किया कोर्स
जानकारी के अनुसार प्रदेश में तीन लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों ने एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड कोर्स किया था। जिले में एनआईओएस की ओर से चार सम्पर्क कक्षाएं लगाई जानी थी, लेकिन प्रदेश में तीन सम्पर्क कक्षाएं ही लगीं। पहली सम्पर्क कक्षा 15 दिन, दूसरी 12 दिन और तीसरी सम्पर्क कक्षा 10 दिन की लगाई गई थी।
आरटीई के तहत कोर्स जरूरी
शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों में पढ़ाने वाले अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रोफेशनल डिग्री लेना अनिवार्य है। प्रोफेशनल डिग्री न होने की स्थिति में इन्हें स्कूल से हटाने का फरमान जारी किया गया था। इसलिए एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड कोर्स कराया गया।
एनसीटीई की ओर से आपत्ति दर्ज की गई है। इस सम्बंध में उच्च विभागीय स्तर पर पक्ष रखा जा रहा है। विभाग ने ही यह कोर्स कराया था।
वीएस रविंद्रन, डिप्टी डायरेक्टर एनआईओएस