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मंडी में दूसरे दिन भी नहीं हुई अनाज की खरीदी

locationजबलपुरPublished: Jul 20, 2019 12:56:49 am

Submitted by:

sudarshan ahirwa

किसान नेताओं का आरोप, व्यापारियों को दिए नोटिस दिखावा, आंदोलन की दी चेतावनी

Grains not purchased in mandi for second day

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जबलपुर. कृषि उपज मंडी में गुरुवार से शुरू हुई अनाज व्यापारियों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को भी उपज की खरीदी नहीं हुई। किसान मंडी पहुंचे, लेकिन खरीदी नहीं होने से उन्हें अपनी उपज वापस लेकर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारतीय किसान संघ और भारत कृषक समाज के नेताओं ने आरोप लगाया है कि मंडी प्रशासन पर अनाज व्यापारी भारी पड़ रहे हैं। प्रशासन को किसानों के हितों से कोई सरोकार नहीं है। व्यापारियों को दिए गए नोटिस सिर्फ एक दिखावा है। किसान नेताओं ने शनिवार को मंडी प्रारंभ नहीं होने पर आंदोलन की बात कही है।

भारत कृषक समाज के तहसील अध्यक्ष रामगोपाल पटेल ने बताया कि मंडी में अनाज व्यापारियों की हड़ताल पूरी तरीके से अवैधानिक है। व्यापारियों को हड़ताल में जाने के पूर्व मंडी प्रशासन को 15 दिन पहले लिखित जानकारी देना चाहिए थी, जबकि व्यापारियों ने एक दिन पहले ही सूचना दी थी।

भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश पटेल का कहना है कि मंडी प्रशासन और व्यापारियों के बीच बनी संवादहीनता के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। मंडी में सचिव सहित पदस्थ निरीक्षक, उप निरीक्षक मुख्यालय में नहीं रहते और अपने कर्तव्य की सिर्फ खानापूर्ति में दोपहर 12 बजे के बाद मंडी पहुंचते हैं, इससे मंडी में अनाज की बोली का काम दोपहर एक बजे शुरू हो पाता है, जबकि नियमानुसार सुबह दस बजे बोली का काम शुरू हो जाना चाहिए। बोली खत्म होने के समय शुरू होती है।

भारत कृषक समाज के संरक्षक सबूत पांडे का कहना है कि मंडी में तीन कर्मचारियों के वर्चस्व से अनाज व्यापारियों में नाराजगी है। इसे दूर करने के लिए बाहर साधक अधिकारी मंडी प्रशासन को पहल करना चाहिए। किसान नेता अरुण पटेल, भारत पटेल, सुरेंद्र पटेल, छोटे पटेल आदि ने मंडी के भार साधक अधिकारी एवं एसडीएम सिहोरा से शनिवार को मंडी में खरीदी शुरू कराए जाने के निर्देश मंडी सचिव को दिए जाने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर मंडी प्रशासन के खिलाफ आंदोलन किए जाने की बात कही गई है।

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