इसलिए मनाते हैं दिवस
प्रतिवर्ष 27 अप्रैल को टेल अ स्टोरी डे सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा बच्चों को वर्तमान समय में कहानियों की दुनिया से जोड़े रखना है, ताकि लर्निंग और इमेजिनेशन पावर को एक्टिवेट कर सकें।
डिजिटल वल्र्ड में भी स्टोरी टेलिंग
इन दिनों सिटी पैरेंट्स भी बच्चों के डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए भी स्टोरी सुनाने का काम कर रहे हैं। इसमें जहां बच्चे सुपरहीरोज के बारे में जानकारी जुटा पा रहे हैं, वहीं अलग-अलग पौराणिक योद्धाओं के बारे में भी रोचक तथ्य एनिमेशन के जरिए देख पा रहे हैं।
स्कूलों में ही मिलता है असाइनमेंट
बच्चों में लर्निंग हैबिट बढ़ाने के लिए स्कूल एजुकेशन बोड्र्स द्वारा भी कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके चलते अब वे बच्चों को बतौर असाइनमेंट एक स्टोरी वेकेशन के दौरान सीख कर आने के लिए कह रहे हैं। इसका कारण यह है कि बच्चे जहां पुरानी परम्पराओं और किस्सों को जान सकें, वहीं अपने ग्रैंड्स के साथ थोड़ा टाइम स्पेंड करते हुए मोबाइल से दूरी बना लें।
कुछ समय माइंड एक्टिविटी के लिए
रिटायर्ड टीचर अमिता गुलाटी बताती हैं कि हर बच्चे के लिए वर्तमान समय में माइंड एक्टिविटी बहुत जरूरी हो चुकी है। यह एक्टिविटी तभी होगी जब आप बच्चों को कुछ अच्छा सोचने के लिए प्रेरित करेंगे। वर्तमान में बच्चे किस्से कहानियों से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि नए शब्दों का उपयोग करते हुए उन्हें ज्यादा से ज्यादा कहानियां सुनाई जाए ताकि वे नए शब्दों को सीखने के साथ इमेजिनेशन पावर को भी बढ़ा सकें।