एक्टिवा में टक्कर से शुरु हुआ विवाद
दरअसल 11 अक्टूबर की शाम को एक्टिवा में सवार जा रहीं दो बहनों को शोभापुर ब्रिज के पास एक आटो ने टक्कर मार दी थी जिससे एक्टिवा में सवार दोनों बहनें गिर पड़ी छोटी बहन को चोट आई। जिसकी रिपोर्ट थाना आधारताल में दर्ज की गई थी। वहीं दूसरी ओर आटो चालक अजीत विश्वर्मा ने भी अपने साथ हुई मारपीट के सम्बंध में अधारताल में रिपोर्ट दर्ज करायी। इसी बीच घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो जाने के कारण आरोपी अपने घरों से फरार हो गए।
वीडियो वायरल होते ही फरार
वीडियो वायरल होते ही पुलिस भी सक्रिय हो गई और आरोपी चदन सिंह तथा अभिषेक दुबे के अन्य 2 साथी अक्षय शिवहरे एवं मनोज दुबे को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुख्य आरोपी अभिषेक दुबे उर्फ गुड़ी एवं चंदन सिंह दस-दस हजार रूपये का ईनाम घोषित किया। आखिरकार पुलिस ने गाजियाबाद के पास एक लाल रंग की स्विफ्ट कार से अभिषेक को पकड़ लिया। गुड़ी नेपाल बार्डर क्रास कर देश से भागने की तैयारी में था। जिसे हिरासत में लेकर 16 अक्टूबर को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
रासुका की कार्रवाई
गुंड़ा अभिषेक दुबे के खिलाफ 14 मामले दर्ज है जो न्यायालय में विचाराधीन हैं। जिसके विरुद्ध समय-समय पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई, किंतु गुड़ी अपनी आदतों में सुधार न लाकर लगातार अपराध करता जा रहा था, इसलिये अभिषेक दुबे के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक जबलपुर के निर्देश पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की भी कार्रवाई के लिये अनुसंसा की गई थी।