अपराधियों के हौसले बुलंद –
चेयरमेन उपाध्याय ने कहा कि पिछली भाजपा व वर्तमान कांग्रेस सरकारों ने वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने का वादा किया। लेकिन 07 साल से यह वादा पूरा करने की दिशा में प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इसी वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और वे खुलेआम वकीलों को अपना निशाना बना रहे हैं। उपाध्याय ने कहा कि सरकार अब भी नहीं चेतती, तो आंदोलन लंबा खिंच सकता है।
हड़ताल का विरोध भी आरंभ-
इधर हड़ताल की घोषणा होते ही इसका विरोध भी आरंभ हो गया। बार काउंसिल के सदस्य सीनियर एडवोकेट मृगेंद्र सिंह ने कहा कि मृतक मंदसौर के युवराज सिंह ने 2004 में वकालत का रजिस्ट्रेशन कराया था। लेकिन वकालत करने की बजाय वे नेटवर्र्किंग का काम कर रहे थे। सिंह ने कहा कि ऐसे में हड़ताल का आह्वान वकीलों के हित में नहीं है।