गुरु पूजन मुहूर्त
सुबह है श्रेष्ठ मुहूर्त ज्योतिषाचार्य सचिनदेव महाराज ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर धनु राशि का चंद्रमा, पूर्वाषाढ़ नक्षत्र और शुभ योग बन रहा है। जिससे यह दिन बहुत शुभ व पुण्यदायी हो रहा है। गुरु पूजन के लिए सुबह कर्क लग्न में 7:36 बजे से 11 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। मध्यान्ह्न काल में 3 बजकर 2 मिनट से 5 बजकर 18 मिनट तक शुभ होगा। शाम को 6:6 बजे से 8:23 बजे तक गुरु पूजन किया जा सकता है।
कोरोना काल में ऐसे करें गुरु पूजा
कोरोना के चलते इस बार गुरु पूजन में सावधानी बरतें और शासन द्वारा तय मानकों का पालन भी करें। घरों में पूजन स्थान पर गुरु की तस्वीर, पादुकाएं रखें, उनका विधिवत पूजन वंदन कर आरती आदि उतारें। इसके बाद गुरु के नाम से दान पुण्य तथा पौधारोपण भी किया जा सकता है। कोरोना में बेवजह बाहर निकलने और गुरु आश्रमों में भीड़ लगाने से बचें।