script

व्रत पूर्णिमा आज, चंद्र पूजन से पूरी होगी मनोकामना: आज का पंचांग

locationजबलपुरPublished: Jul 04, 2020 11:23:31 am

Submitted by:

Lalit kostha

व्रत पूर्णिमा आज, चंद्र पूजन से पूरी होगी मनोकामना: आज का पंचांग

जबलपुर। शुभ विक्रम संवत् : 2077, संवत्सर का नाम : प्रमादी, शाके संवत् : 1942, हिजरी संवत् : 1441 , मु.मास : जिल्काद 12 , अयन : उत्तरायण, ऋतु : ग्रीष्म ऋतुु , मास : आषाढ़ , पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि – सूर्योदय से प्रात: 11.33 मि. तक रिक्ता संज्ञक चतुर्दशी तिथि रहेगी पश्चात पूर्णा संज्ञक पूर्णिमा तिथि लगेगी। चतुर्दशी तिथि में देवदेवेश्वर की पूजा करके मनुष्य समस्त ऐश्वर्यों से समन्वित हो जाता है तथा बहुत से संतान एवं प्रभूत धन से संपन्न हो जाता है। पूर्णिमा तिथि में जो भक्तिमान मनुष्य चंद्रमा की पूजा करता है, उसका संपूर्ण संसार पर अपना आधिपत्य हो जाता है।
योग- सूर्योदय से अर्धरात्रि 12.55 मि. तक ब्रह्म योग पश्चात ऐन्द्र योग लगेगा। ब्रहम योग के स्वामी अश्विनी कुमार माने जाते हैं जबकि ऐन्द्र योग के स्वामी पित्तरदेव माने गए हैं।
विशिष्ट योग- इन दोनों योग को भी शुभ माना जाता है। किसी भी मंत्र के जप तप की शुरुआत ब्रह्म योग में
करना चाहिए। पितृ कार्य एवं तर्पण आदि के लिए ऐन्द्र योग शुभ माना जाता है।
करण- सूर्योदय से प्रात: 11.33 मि. तक वणिज नामक करण रहेगा पश्चात विष्टि नामक करण लगेगा। इसके पश्चात बव नामक करण लगेगा।
नक्षत्र- सूर्योदय से रात्रि 11.21 मि. तक तीक्ष्ण दारुण मूल नक्षत्र रहेगा पश्चात उग्र क्रूर पूर्वा षाढ़ा नक्षत्र लगेगा। अन्य कार्य सभी प्रकार के मंगल कार्यों के लिए मूल नक्षत्र निषिद्ध माने गए हैं। वही संन्यास, वानप्रस्थ, मुकदमेबाजी आदि कार्य मूल नक्षत्र में किए जा सकते हैं। मकान, दुकान, मठ, मंदिर, रेललाइन, गुफा, छत, कुआं, सडक़ और जल संबंधी कार्य पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में करना शुभ रहता हैं।

 

7 July 2020 Ka Panchang
IMAGE CREDIT: patrika

आज के मुहूर्त – अनुकूल समय में किसी विवाद में मुकदमा दायर करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
चौघडिय़ा के अनुसार समय -प्रात: 07.28 मि. से 09.08 मि. तक शुभ का चौघडिय़ा रहेगा एवं दोप. 12.28 मि. से 05.29 मि. तक क्रमश: चंचल लाभ व अमृत के चौघडिय़ा रहेंगे।
व्रत/पर्व – पितृ कार्य की आषाढ़ी पूर्णिमा। कोकिला व्रत पूर्णिमा। कोकिलारूपिणी शिवा का पूजन। श्रीशिव शयनोत्सव। मेला ज्वालामुखी (कश्मीर)। चातुर्मासिक चौदस (जैन)। सन्यासियों का चातुर्मास प्रारंभ। चातुर्मास व्रत नियमादि प्रारंभ। चंद्रमा – सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक चंद्रमा अग्नि तत्व की धनु राशि में रहेंगे। भद्रा – प्रात: 11.33 मि. से रात्रि 10.53 मि. तक भद्रा का निवास पाताल में रहेगा। दिशाशूल- पूर्व दिशा में। (आज के दिन पूर्व दिशा में यात्रा को टालना चाहिए)। राहु काल – प्रात: 09.08.30 से 10.48.39 तक राहु काल वेला रहेगी। इस समय में शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
आज जन्म लिए बच्चे- आज जन्म लिए बच्चों के नाम (ये, यो, भ, भी, भू, ध) अक्षरों पर रख सकते हैं। आज रात्रि 11.21 मि. तक जन्मे बच्चों का जन्म लोहे के पाए में होगा पश्चात तांबे के पाए में होगा। सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक धनु राशि रहेगी। आज रात्रि 11.21 मि. तक जन्म लिए बच्चे की मूलशांति अवश्य कराएं। ऐसे जातक शरीर से प्रतिभाशाली होंगे। प्राय: इनका भाग्योदय करीब 29 वर्ष की आयु में होगा। इन्हें शुरु से वृथा गर्व करने की आदत रहेगी। विशेष अवसरों पर बुद्धि से भ्रमित हो जाएंगे। धनु राशि में जन्मे जातक को अभिमानी होने से बचना चाहिए।

ट्रेंडिंग वीडियो