की-चेन में भी स्पिनर
शहर के मार्केट में इन दिनों हर किसी पैटर्न में स्पिनर देखने को मिल रहे हैं। यही वजह है कि बच्चों से लेकर बड़े तक इस खेल को पसंद कर रहे हैं। की-चेन से लेकर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज तक में स्पिनर छा चुका है। इसे अट्रैक्टिव बनाने के लिए एलईडी लाइट्स और रेडियम का यूज भी नजर आ रहा है।
एेसे मिलती है मदद काउंसलर अनुपमा उपाध्याय का कहना है कि स्पिनर से माइंड डाइवर्ट होता है। जब हाथों में स्पिनर होता है तो उसकी स्पीड लोगों को रोमांचित करती है, जिसके कारण वह मोबाइल का उपयोग कम कर रहे हैं।
दो महीनों में कम हुई आदत
शिवानी गुप्ता का कहना है कि कॉलेज में उनके दोस्तों का ग्रुप अक्सर स्पिनर का यूज करते थे। एक दिन शिवानी ने भी दोस्तों की कहने पर स्पिनर का यूज किया। इस दौरान खुद देखा कि पिछले आधा घंटे में उन्होंने मोबाइल की तरफ देखा भी नहीं। तब रियलाइज हुआ कि स्पिनर के जरिए ही वे मोबाइल एडिक्शन कम कर सकती हैं। दो महीनों में ही मोबाइल से दूरी कम की है।
अब डाटा बंद हो तो फर्क नहीं
&पीयूष सैनी बताते हैं कि डाटा ऑफ हो जाता है तो एक अजीब सी बेचैनी होती है। कभी दोस्तों से हॉट-स्पॉट ऑन करने के लिए कहते हैं तो कभी वाई-फाई के अड्डे खोजते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग साइट में स्पिनर देखा तो ऑर्डर कर दिया। स्पिनर गेम काफी एंटरटेनिंग भी लगा, जिससे मोबाइल यूज न करने के लिए माइंड डाइवर्ट भी हुआ। अब डाटा ऑफ हो तब भी फर्क नहीं पड़ता।