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हनुमान जयंती 2020 में जबलपुर बनाएगा विश्व रिकॉर्ड, पवनसुत को लगेगा 11 हजार किलो के लड्डूू का भोग

locationजबलपुरPublished: Feb 08, 2020 10:45:41 am

Submitted by:

Lalit kostha

हनुमान जयंती 2020 में जबलपुर बनाएगा विश्व रिकॉर्ड, पवनसुत को लगेगा 11 हजार किलो के लड्डूू का भोग
 

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जबलपुर। श्रीराम भक्त संकट मोचन हनुमान जी का जन्मोत्सव आने में भले ही अभी दो महीने का समय है, लेकिन संस्कारधानी में इसकी तैयारियां अभी से शुरू हो चुकी है। यहां पर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। जो देश दुनिया में जानी जाएगी। जबलपुर के एक सिद्ध हनुमान मंदिर पचमठा में इस बार भगवान श्रीराम के दूत पवनसुत हनुमान को 11 हजार किलो वजन का एक लड्डू प्रसाद भोग लगाया जाएगा। इसके लिए समिति सदस्यों ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। वहीं लड्डू की एक प्रतिकृति सेंट्रल जेल के बंदियों द्वारा जनदर्शन व प्रचार के लिए तैयार की गई है। इसके अलावा केंद्रीय जेल में श्रीमद् भागवत कथा से बंदियों में क्रोध पर नियंत्रण रखने, धार्मिक और सदाचार की भावना उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है।

केंद्रीय जेल में भागवत कथा, कैदियों ने बनाया प्रसादम का मॉडल
हनुमानजी को चढ़ाएंगे 11 हजार किलो का लड्डूू

 

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लिम्का बुक में शामिल होगा महाप्रसादम
हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान मंदिर सेवा समिति के 20 वर्ष पूर्ण होने पर पचमठा मंदिर में हनुमानजी को 11 हजार किलो का महालड्डू प्रसादम का भोग लगेगा। हनुमान मंदिर सेवा समिति के अनुरोध पर कैदियों ने महालड्डू प्रसादम का मॉडल बनाया है। इस वर्ष महाप्रसादम को लिम्का बुक में शामिल किया जाएगा।

 

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डीआईजी जेल गोपाल प्रसाद ताम्रकार की पहल पर आयोजन हो रहा है। पांच फरवरी से प्रारम्भ भागवत कथा की पूर्णाहुति 11 फरवरी को होगी। गुरुवार को कथावाचक अशोकानंद के भजन ‘कर ले भजन, हरि का नाम होगा भला’ पर बंदी झूमते रहे। उन्होंने भागवत का अर्थ बताते हुए कहा, जो भगवान का हो चुका है, वही भागवत है।

कथा स्थल पर कैदियों द्वारा बनाया गया महालड्डू प्रसादम का मॉडल भी रखवाया गया है जो कि पचमठा मंदिर में दान किया गया है। केंद्रीय जेल परिसर स्थित नवीन जेल प्रांगण में कौशल्य मानव सेवा समिति के तत्वावधान में श्रीमद् भागवत का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी तुलसीदास, सुखदेव महाराज, गौकर्ण, चिंतामण महाराज ने धार्मिक आख्यानों के माध्यम से कथा का वाचन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, प्रभु की कृपा जब जीव पर होती है, तो सारे कष्ट और बंधन दूर हो जाते हैं।

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