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नोटबंदी के बाद हवाला बना ‘नोट मशीनÓ, जबलपुर रीजन ने उगले अरबों रुपए

locationजबलपुरPublished: Apr 10, 2019 02:00:36 am

Submitted by:

shyam bihari

आठ नवम्बर 2016 से अब तक साढ़े आठ हजार करोड़ रुपए का हवाला कारोबार उजागर

नोटबंदी के बाद हवाला बना 'नोट मशीनÓ, जबलपुर रीजन ने उगले अरबों रुपए

hawala

जबलपुर। नोटबंदी के बाद कुछ कारोबारियों ने हवाला को ‘नोट मशीनÓ के रूप में स्थापित कर लिया। इसके जरिए लेन-देन बढ़ाया, तो करोड़ों के वारे-न्यारे होने लगे। दो से तीन सौ रुपए प्रति लाख के कमीशन पर देश में कहीं भी रकम पहुंचाने के धंधे ने कई को करोड़पति बना दिया। देश के केंद्र में होने के कारण जबलपुर नोटबंदी के बाद ‘पैरलर इकोनॉमीÓ का हब बन गया। बीते तीन साल में जबलपुर सहित आस-पास के जिलों से संचालित साढ़े आठ हजार करोड़ रुपए के हवाला कारोबार का खुलासा हो चुका है।
शहर के शांतिनगर त्रिमूर्ति नगर निवासी खूबचंद उर्फ बंटी लालवानी के नेटवर्क का खुलासा होने के बाद से शहर सुर्खियों में है। प्रदेश के सबसे बड़े 4100 करोड़ रुपए के हवाला कारोबार का खुलासा होने से चंद महीने पहले आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग ने 1600 करोड़ का हवाला पकड़ा था। तब खिलौना कारोबारी पंजू गोस्वामी पकड़ा गया था। वह दुकान में काम करने वाली युवतियों के जरिए रकम अन्य शहरों में भिजवाता था। आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग कार्यालय से महज 150 मीटर दूर मुस्कान हाइट्स में ओमती पुलिस ने दबिश देकर अहमदाबाद (गुजराज) स्थित हंसमुखकुमार-कांतिलाल फर्म का खुलासा किया था। फर्म चार महीने से शहर में हवाला के जरिए लेन-देन करा रही थी। शहर के 100 से अधिक व्यापारी आठ तरह के व्यापार के लिए इसी फर्म के जरिए लाखों की नकदी का लेन-देन करते थे।
कटनी हवाला कांड सबसे चर्चित
08 नवम्बर 2016 को नोटबंदी के तुरंत बाद कटनी में बीपीएल कार्डधारी रजनीश तिवारी को आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा तो 500 करोड़ रुपए के चर्चित सतीश सरावगी से जुड़े हवाला कारोबार का खुलासा हुआ। यह हवाला कांड 2500 करोड़ रुपए का था।

इन खुलासों ने चौंकाया

03 अप्रैल 2019 : इन्वेस्टीगेशन विंग ने शांतिनगर निवासी खूबचंद लालवानी उर्फ बंटी के यहां छापे में 4100 करोड़ के हवाला कारोबार का खुलासा किया।
05 जनवरी : ओमती पुलिस ने मुस्कान हाईट्स के पास से हवाला के 49 लाख रुपए बरामद किए।
18 नवम्बर 2018 : सतना में 13.44 लाख रुपए के साथ जीआरपी के हत्थे चढ़े दिल्ली के व्यापारी विपिन ढींगरा से कटनी के अल्फर्टगंज बाजार स्थित दवित पंजवानी और नितिन ज्वेलर्स के यहां 300 करोड़ से अधिक के हवाला कारोबार का खुलासा हुआ।
14 नवम्बर 2018 : आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग ने ओमती में खिलौना कारोबारी पंजू गोस्वामी के यहां दबिश देकर 1600 करोड़ रुपए के हवाला कारोबार का खुलासा किया।
27 अक्टूबर 2018 : ओमती पुलिस ने स्टेशनरी दुकान में काम करने वाले मुकुल को 15 लाख रुपए के साथ दबोचा। तीन दिन बाद अतुल खत्री पकड़ा गया तो 225 करोड़ के हवाला कारोबार का खुलासा हुआ। उसने ढाई करोड़ रुपए जमा किए।
31 अगस्त 2018 : एसटीएफ ने 35 लाख रुपए के साथ लालमाटी निवासी सुरेंद्र, सोनू मनवानी और गलगला निवासी अमित कुमार शर्मा को पकड़ा। पूछताछ में बताया, वे सतश सनपाल से जुड़े हैं। हवाला के जरिए क्रिकेट सट्टे की रकम पहुंचाई जा रही थी।
20 अगस्त 2018 : जीआरपी ने रेलवे के प्लेटफॉर्म-6 पर अजय ताम्रकार को 12 लाख रुपए के साथ दबोचा। उसके पास से कटनी से दिल्ली की यात्रा का टिकट मिला था, जो ज्वेलरी शॉप के संचालक का बताया गया था।
27 जुलाई 2018 : करमचंद चौक के पास एक महिला और उसके साथी युवक को पुलिस वर्दी में कुछ लोगों ने उठाया था। उसने इटारसी में 60 लाख रुपए प्रेमी को दिए थे। यह रकम भी हवाला की थी।
नवम्बर 2018 : सिवनी में घनश्याम सोनी को 1.10 लाख रुपए सहित डेढ़ किलो सोना, 126 किलो चांदी के साथ और बालाघाट में धरम ज्वेलर्स के यहां छापे में दो किलो सोना, तीन किलो चांदी और 10 लाख रुपए जब्त किए गए थे।
यहां हवाला नेटवर्क से लेन-देन : लोहा, कपड़ा, क्रिकेट सट्टा, सराफा, लोहा कारोबारी।
इसलिए नहीं रुक रहा कारोबार
आयकर इन्वेस्टीगेशन विंग हवाला कारोबारी को पकडऩे के बाद जुर्माना रकम सरेंडर कराकर छोड़ देती है। इन कारोबारियों की काली कमाई से अर्जित सम्पत्ति जब्त करने की एक भी कार्रवाई नहीं हुई। सूत्रों की मानें तो सामानांतर अर्थव्यवस्था चला रहे हवाला कारोबारी भी जुर्माना भरकर छूट जाते हैं और फिर से कारोबार शुरू कर देते हैं।

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