भी पारा भले इस सीजन का कोई नया रेकॉर्ड ना बना पाया लेकिन गर्मी का प्रकोप जारी रहा। सुबह से धूप का असर रहा। सूर्य की किरणों की तपिश दोपहर तक इतनी बढ़ गई कि धूप झुलासाने लगी। नंगे पैर सडक़-फर्श पर पैर रखना मुश्किल हो गया। गर्म हवा की लपट चलने से दोपहर में ढील होने के बावजूद शहर में नजारा लॉकडाउन जैसा रहा। दोपहर में तेज धूप के बाद शाम को उमस ने बेचैन किया। घरों में बंद लोगों का बैठै-बैठे पसीना बहा। तापमान में कमी के बावजूद पारा सामान्य से ऊपर बना रहा। मौसम विभाग की मानें तो अभी एक-दो दिन गर्मी से कोई राहत की उम्मीद नहीं है। तापमान 44 डिग्री के आसपास ही बना रहने की सम्भावना है। गर्मी और उमस बनी रहेगी।
अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह सामान्य से दो डिग्री ज्यादा रहा। न्यूनतम तापमान 30.9 डिग्री रेकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा बना रहा।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार के मुकाबले तापमान में 0.7 से 0.3 डिग्री की मामूली गिरावट आयीं। मंगलवार का आद्र्रता सुबह के समय 23 प्रतिशत और शाम को 24 प्रतिशत थी। पश्चिमी हवा 8 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। प्रदेश में मंगलवार को दिन में सबसे ज्यादा 456 डिग्री सी खरगौन, खजुराहो, रीवा, ग्वालियर और नौगांव में दर्ज हुआ। मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार मंगलवार को हवा की गति तेज होने के कारण तापमान में मामूली गिरावट आयी है। हवा की दिशा पश्चिमी बनी हुई है। इसलिए गर्मी अभी बनी रहेगी। बुधवार को मौसम शुष्क रहने की सम्भावना है। अनेक स्थानों पर लू चलने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 28-29 मई तक शहर पर पड़ सकता है। इससे मौसम में बदलाव आने की सम्भावना है। इसके बाद बारिश भी हो सकती है।