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सब पर भारी इंटरनेट, फिर भी किताबों का शौक बरकरार

locationजबलपुरPublished: Apr 23, 2019 02:03:55 am

Submitted by:

mukesh gour

विश्व पुस्तक दिवस आज

Heavy Internet at all, still retaining the hobby of books

Heavy Internet at all, still retaining the hobby of books

जबलपुर . किताबों की दुनिया कई लोगों को लुभाती है। नई-नई कहानियों को पढऩा और उनकी बातों को आत्मसात करना बहुत से लोगों द्वारा किया जाता है। बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी दुनिया किताबों के इर्द-गिर्द ही घूमती है, वहीं कुछ किताबों की दुनिया को ही अपने घर में सजा लेते हैं। इन दिनों वर्चुअल वल्र्ड में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। जिसके बदलाव भी लोगों को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। असर यह है कि वर्चुअल वल्र्ड में रीडिंग हैबिट वालों के लिए डिफरेंट साइट्स पर कई तरह की बुक्स अवेलेबल होती हैं, लेकिन इसके बाद भी लोगों में लाइब्रेरी में बैठ कर या फिर घर के शांत क्षेत्र में बुक रीडिंग करने का शौक बरकरार है। इस वल्र्ड बुक डे के मौके पर आइए जानते हैं कि किस तरह से शहर में रीडिंग हैबिट बरकरार है।

लाइब्रेरी में वक्त बिताना पसंद
शहर की गांधी लाइब्रेरी, सेंट्रल लाइब्रेरी में बुक लवर्स की संख्या को अब तक देखा जा सकता है। यहां सिर्फ कॉम्पीटेटिव एग्जाम ही नहीं, बल्कि दूसरी किताबों को पढऩे वालों भी बने रहते हैं। इसी तरह से शहर की कई लाइब्रेरीज और बुक डिपोज में भी कई वैरायटीज की बुक इश्यूज करवाई जा रही हैं।

यंगस्टर्स में भी बढ़ी डिमांड
वर्तमान दौर में हर कोई सिर्फ सोशल मीडिया पर ही समय बिताना चाहता है। इसके बाद भी बुक रीडिंग की हैबिट होना बड़ी बात है। बुक डिपो संचालक अविनाश मुले ने बताया कि शहर में यंगस्टर्स भी अब बुक रीडिंग करना पसंद कर रहे हैं। इसमें पॉलिटिकल पर्सन और यूथ आइकन पर बेस्ड बुक्स खास हैं। वहीं मिडिल एज पर्सन फिक्शन एंड नॉन फिक्शन बुक्स पसंद कर रहे हैं।

इसलिए मनाते हैं दिवस
हर साल 23 अप्रैल को वल्र्ड बुक डे मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में बुक रीडिंग की हैबिट को बढ़ाना है। इसके साथ ही लोगों को इंटरनेट के माध्यम से बुक रीडिंग करने के कारण होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में भी जानकारी प्रदान करना है। वहीं सोशल मीडिया में घिरे होने के बाद भी बुक रीडिंग को किस तरह से बढ़ाया जा सकता है।
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