जानकारी के मुताबिक डायवर्सन शुल्क नहीं चुकाने पर जबलपुर के गोरखपुर तहसीलदार ने मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टीएन दुबे का कक्ष सील कर दिया था। जब यह जानकारी कुलपति तक पहुंची, स्थिति बिगड़ गई। सूत्रों के अनुसार कुलपति ने जबलपुर कलेक्टर भरत यादव को फोन लगाया। फोन पर बातचीत और बकाया राशि की एक किस्त जमा करने का वादा करने पर कलेक्टर ने सील कक्ष खोलने के आदेश दिए।
बताया गया कि राजस्व विभाग के कई बार नोटिस देने के बाद भी डायवर्सन शुल्क जमा नहीं होने पर तहसीलदार प्रदीप मिश्रा कुर्की के लिए पहुंचे, तो कुलपति शहर से बाहर थे। विवि पर डायवर्सन शुल्क का करीब 10 करोड़ रुपए का शुल्क है। करीब दस वर्ष से डायवर्सन शुल्क नहीं चुकाया गया है। विवि में पूर्व कुलपति डॉ. आरएस शर्मा के कार्यकाल में डायवर्सन शुल्क के पांच करोड़ रुपए दिए गए थे। उसके बाद नोटिस मिलने पर बाकी राशि राजस्व विभाग में जमा नहीं की गई।
तहसीलदार प्रदीप मिश्रा ने बताया कि मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति कक्ष की सील खोल दी गई है। इस सम्बंध में कुलपति ने कलेक्टर से चर्चा कर तीन दिनों में बकाया राशि जमा करने का आश्वासन दिया है। कलेक्टर के निर्देश पर सील खोलने की कार्रवाई की गई है।