मैचिंग के अनुसार गमछे और दुपट्टे खरीदे जा रहे हैं। दोपहर के समय अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आस-पास पहुंच गया है। ऐसे में गर्म हवा लोगों को झुलसाने लगी है। धूप और तपती लपटों से बचने के लिए लोग तरह-तरह के जतन करते हैं। इसमें विभिन्न रंगों के गमछे, दुपट्टे और टोपियां भी शामिल हैं। सीजन में गमछे का ट्रेंड भी बदल गया है। सिंपल की बजाय बॉर्डर पर विभिन्न रंगों की धारियों वाले गमछे और डिजाइनर दुपट्टे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। मार्केट में सफेद और डिफरेंट कलर्ड दोनों तरह के गमछे बिक रहे हैं। लेकिन, सफेद गमछे सबसे अधिक बिक रहे हैं। दुपट्टे की च्वॉइस सूट के अनुसार की जा रही है। धूप में छांव की कोशिश और गर्मी से बचाव के लिए लोग डार्क कलर के गमछे और दुपट्टे से परहेज कर रहे हैं।
लाइट कलर और प्रिंंटेड गमछे
सिटी में डस्ट से बचने के लिए भी गमछों और दुपट्टों का चलन बढ़ा है। डस्ट के कारण सफेद गमछे जल्दी गंदे हो जाते हैं। इसलिए कुछ लोग लाइट कलर और प्रिंंटेड गमछे यूज कर रहे हैं। बजार में गल्र्स एंड लेडीज की पसंद को देखते हुए डिफरेंट कलर वाले प्रिंटेड और धारीदार दुपट्टे भी उपलब्ध हैं। गोल बाजार स्थित शॉप ऑनर ने बताया, इस समय बॉर्डर पर कलर्ड उिजाइन वाले गमछों की बिक्री अधिक हो रही है। गंजीपुरा स्थित शॉप के ऑनर ने बताया कि इस सीजन में गमछे का ट्रेंड बदला है, लेकिन फैशन के अनुसार ही लोग गमछों और दुपट्टों की खरीदी कर रहे हैं।