-मालगाडिय़ों की रफ्तार में वृद्धि से यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के अवसर बढ़े। ट्रैक पर यात्री ट्रेनों को चलाने में और जगह बनेगी।
– पमरे के इटारसी-बीना और मथुरा-नागदा के दो ट्रंक मार्गों में ट्रेन की गति 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ा दी गई है।
– डीजल और एसी, दोनों से चलने वाले डब्लूडीएपी-5 (ड्यूल ट्रैक्शन हाई पॉवर का लोकोमोटिव) इंजन का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा-नागदा सेक्शन में 150 किमी प्रति घंटे की गति से किया।
– थ्री टायर इकोनॉमी कोच के लिए भोपाल और कोटा मंडल में 130 से 180 किमी प्रतिघंटा की गति में हाई स्पीड पर 65 ट्रायल रन सफलतापूर्वक किए गए।
यात्रियों को बेहतर, सुरक्षित और जल्दी गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे की आधारभूत संरचना में आधुनिक तकनीकों का समावेश हुआ है। नई तक का पमरे में तेजी से उपयोग हो रहा है। देश में सबसे तेज गति से पमरे में मालगाडिय़ों का परिचालन हो रहा है। कई तकनीकों और योजनाओं को लागू करने में पमरे पहले क्रम पर है।
आइए सिद्दीकी, जनसम्पर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेल